बेंगलुरु। कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही भारतीय जनता पार्टी को रविवार को उस समय बड़ा झटका लगा जब उसके वरिष्ठ नेता बेलूर गोपालकृष्ण कांग्रेस में शामिल हो गए।
शिवामोगा जिले के सागर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने पर गोपालकृष्ण कांग्रेस में शामिल हो गए। बेलूर के कांग्रेस में शामिल होने पर कांग्रेस समिति के सदस्य बीके हरिप्रसाद, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडुराव और अन्य लोगों ने उनका स्वागत किया।
बेलूर ने टिकट नहीं मिलने पर भाजपा छोड़ने का फैसला किया था। कांग्रेस में शामिल होने से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्दारामैया, केपीसीसी अध्यक्ष जी परमेश्वर और लोकसभा में कांग्रेस नेता एम मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ चर्चा की थी।
बेलूर ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा झूठी पार्टी है और ईमानदार लोगों की पार्टी में कोई कद्र नहीं है। मैं 15 साल से अधिक समय तक इस पार्टी में रहा और पार्टी के कामकाज से क्षुब्ध हूं। पार्टी का कोई सिद्धांत नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं बिना किसी शर्त के कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहा हूं। मैंने सागर निर्वाचन क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राजस्व मंत्री कागोडू थिमप्पा की जीत के लिए काम करने का फैसला किया है। मैं अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी के उम्मीदवारों की सफलता के लिए भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा। मैं चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी राज्य की सत्ता में बने रहे और आगामी चुनाव में इस दिशा में काम करे।