बेंगलूरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने गुरुवार को राज्य मंत्रिमंडल विस्तार में देरी का संकेत दिया। येदियुरप्पा ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार पर बातचीत करने के लिए पार्टी हाई कमान से बातचीत के लिए नयी दिल्ली जाना था लेकिन वह फिलहाल एक सप्ताह तक नहीं जा सकते।
नौ दिसंबर को राज्य विधानसभा की 15 सीटों के उपचुनाव नतीजे आए थे जिनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 12 सीटें जीती थीं। उपचुनाव में पार्टी की बड़ी जीत के बाद येदियुरप्पा ने कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा के लिए वह नई दिल्ली जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में उनकी नई दिल्ली यात्रा पर पूछे गए सवाल पर कहा कि तीन-चार दिन मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जब भी उन्हें बुलाएंगे तभी मैं दिल्ली जाऊंगा। संभवत: मैं अगले एक सप्ताह तक दिल्ली नहीं जा सकता।
उपचुनाव नतीजों के बाद 244 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में भाजपा का अब स्पष्ट बहुमत हो गया है। पिछले साल विधानसभा चुनाव में भाजपा 105 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी और सत्ता से कुछ दूर रह गई। उपचुनाव में 12 सीटें जीतने के बाद भाजपा के विधायकों की संख्या 117 हो गई है और एक निर्दलीय का भी उसे समर्थन प्राप्त है।
इस बीच, मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए पहले के और उपचुनाव में जीते सदस्यों की लाबिंग जोरों पर है। येदियुरप्पा ने स्पष्ट किया है कि 11 अयोग्य विधायक जिन्होंने भाजपा के टिकट पर उपुचनाव लड़ा था, उन्हें मंत्री बनाया जाएगा। मंत्रिमंडल में सभी समुदायों और धर्मों के लोगों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जायेगा। राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत फिलहाल 18 मंत्री हैं। राज्य में कुल 34 मंत्री बनाए जा सकते हैं।