बेंगलूरु। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर संविधान के अनुरूप कर्नाटक में गठित गठबंधन सरकार को गिराने में संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को यहां विधान सौध और विकास सौध के बीच धरना दिया।
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारामैया और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खान्ड्रे ने धरने का नेतृत्व किया। धरने में सोमवार को त्यागपत्र देने वाले राज्य के मंत्री और पार्टी से जुड़े अन्य लोग शामिल हुए।
सिद्दारामैया ने कहा कि वह विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार से मिलेंगे और विद्रोही विधायकों को दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित करने की मांग करेंगे क्योंकि इन विधायकों ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया है और कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। इन विधायकों ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद इस्तीफे दे दिए हैं।
धरना स्थल पर नेताओं ने आरोप लगाते हुए नारे लगाए कि भाजपा आयकर, प्रवर्तन निदेशालय और केन्द्रीय जांच ब्यूरो जैसी केन्द्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और इनके जरिए सत्ताधारी दल के विधायकों पर इस्तीफा देने का दबाव डाल रही है।