मुंबई। कर्नाटक के बागी विधायकों से मिलने के लिए मुंबई के एक होटल के बाहर धरने पर बैठे कर्नाटक के मंत्री डी के शिवकुमार और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में ले लिया।
पार्टी के नेता शिवकुमार, मिलिंद देवड़ा और नसीम खान को बीकेसी पुलिस स्टेशन लाया गया तथा कर्नाटक के अन्य विधायक जो रिनायसंस होटल के बाहर बैठे थे उन्हें वहां से हटने के लिए कहा गया।
होटल के बाहर भीड़ को देख कर पुलिस ने उस इलाके में धारा 144 लगा दी ताकि होटल के समीप चार से अधिक लोग एकत्र नहीं हो सके। इस होटल में कांग्रेस और जनता दल (एस) के बागी विधायक ठहरे हैं।
जनता दल (एस) विधायक शिवलिंगे गौड़ा, जीटी देवेगौड़ा और सीएन बालकृष्ण तथा कर्नाटक के अन्य नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
होटल से हटने के पहले इन नेताओं ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के दो नेता कांग्रेस और जनता दल (एस) के बागी विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं।
शिवकुमार पवई स्थित रिनायसंस होटल पहुंचे लेकिन उन्हें होटल के अंदर जाने नहीं दिया गया और इसी होटल में कर्नाटक के बागी विधायक अपना डेरा डाले हुए हैं। शिवकुमार बागी विधायकों से मिलने की जिद कर होटल के बाहर धरने पर बैठ गए थे।
शिवकुमार ने होटल में एक कमरा आरक्षित किया था जिसे होटल वालाें ने रद्द कर दिया। पुलिस वालों ने शिवकुमार को यह कहते हुए होटल में जाने से रोक दिया कि 10 बागी विधायकों ने शिवकुमार के आने से जान को खतरा बताया है।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता दोनों सत्तारूढ़ पार्टियों के विधायकों को भगाने तथा उन्हें होटल में कैद करने में शामिल हैं।
राव ने दावा किया कि सत्तारूढ़ जद (एस)-कांग्रेस सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है और यदि उसमेें भाजपा अविश्वास प्रस्ताव लाने में विफल रहती है तो हम विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे देश में एक पार्टी का शासन चाहती है तथा इसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘तानाशाह’ का रवैया अपनाए हुए हैं तथा पूरे देश पर केवल अपना शासन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि भगवा पार्टी कर्नाटक में सत्तारूढ़ गठबंधन समेत देश में सभी गैर भाजपा सरकारों को गिराने के प्रयास में है।