बेंगलूरु। कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने रविवार को कांग्रेस के 11 और जनता दल (सेक्युलर) के तीन विधायकों को अयोग्य करार दे दिया जिससे शुक्रवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले बीएस येदियुरप्पा की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी सरकार के बिना किसी रूकावट के अपना बहुमत साबित करने का मार्ग प्रशस्त हो गया।
अध्यक्ष ने इससे पहले शुक्रवार को दो कांग्रेसी विधायकों पूर्व मंत्री रमेश जरकिहोलि और महेश कामातल्ली तथा एक निर्दलीय विधायक को अयोग्य करार दिया था।
कुमार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बागी विधायकों को दल-बदल विरोधी कानून की 10वीं अनुसूची के तहत अयोग्य ठहराया गया है तथा ये विधायक मौजूदा विधानसभा के 2023 तक के कार्यकाल तक चुनाव नहीं लड़ सकेंगे और कोई सार्वजनिक पद ग्रहण नहीं कर सकेंगे।
इन विधायकों को अयोग्य घोषित किए जाने के बाद 225 सदस्यीय विधानसभा में कुल 208 सीटें बची रह गई हैं। राज्य में 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार गिरने के बाद सरकार बनाने वाली भाजपा के 105 विधायक हैं और पार्टी को एक निर्दलीय विधायक का भी समर्थन प्राप्त है।
चौथी बार मुख्यमंत्री बने येदियुरप्पा ने पद की शपथ लेने के बाद दावा किया था कि वह सोमवार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर देंगे। भाजपा सरकार अपने 105 विधायकों की संख्या बल के साथ विश्वास प्रस्ताव अपने पक्ष में होने को लेकर आश्वास्त है।