बेंगलूरु। कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पार्टी नेताओं के विरोध के बावजूद विधानसभा के आगामी उपचुनाव में अयोग्य घोषित विधायकों को पार्टी उम्मीदवार बनाए जाने के संकेत दिए हैं।
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटील समेत भाजपा नेताओं ने हुबली के निजी हाेटल के बंद कमरे में कई दौर की बैठकें कीं तथा उत्तर कर्नाटक क्षेत्र के अयोग्य विधायकों के क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव के बारे में विचार-विमर्श किया। इसके अलावा ऊपरी सदन के अगले वर्ष होने वाले चुनाव को लेकर भी इन बैठकों में चर्चा की गई।
पार्टी सूत्रों ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री ने पार्टी नेताओं से आगामी चुनावों के उम्मीवारों को जिताने के लिए काम करने को कहा है। पार्टी इस संबंध में उम्मीदवारों के बारे में फैसला अयोग्य ठहराए गए विधायकों की याचिका पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के आने के बाद करेगी जिसके समक्ष इन अयोग्य विधायकों की याचिका लंबित है।
गोकक, अठानी, कगवाड, हिरेकेरूर, येल्लापुर, विजयनगर, मस्की और रानेबेन्नुर के भाजपा नेताओं ने इन बैठकों में भाग लिया। इसमें तय किया गया कि सभी संबद्ध 15 विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारी अपने-अपने इलाकों में बैठकें आयोजित कर जमीनी रिपोर्ट तैयार करेंगी और चार नवंबर तक यह अभियान जारी रहेगा।
सूत्रों ने कहा कि बैठक में विधानसभा उपचुनावों में टिकट के दावेदार भाजपा नेताओं को समझाया गया कि पार्टी अयोग्य ठहराये गए कुछ विधायकों को उम्मीदवार बना सकती है। असंतोष जाहिर करने वाले दावेदारों को निगम और बोर्ड का अध्यक्ष बनाने का आश्वासन दिया गया है तथा उन्हें पार्टी के निर्णय को मानने का भी दबाव डाला जाएगा।
उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी, जो बेलागावी जिले के अठानी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के हैं, पिछले चुनाव में अयोग्य विधायक महेश कुमातल्ली के हाथों चुनाव हार गए थे। अब भाजपा पशोपेश में फंसी हुई है कि उस सीट से सावदी और कुमातल्ली में से किसको टिकट दिया जाए।
सावदी भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी नेता हैं। शाह के कहने पर ही दोनों सदनों में से किसी भी सदन का सदस्य नहीं होने के बावजूद सावदी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। बैठकों में केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, उपमुख्यमंत्री सावदी एवं गोविंद कार्जाेल, राज्य के मंत्री जगदीश शेट्टर, बासवाराज बोम्मई, सीसी पाटिल एवं अन्य नेता शामिल थे।