बेंगलूरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मंगलवार को घोषित हो रहे सीटवार परिणामों और रुझानों के बाद बीजेपी सत्ता पर काबिज होती दिख रही है पर बहुमत का पेंच फंस रहा है। अब तक भाजपा 107, कांग्रेस 73, जेडीएस 40 व अन्य दो सीटों पर आगे है।
बीजेपी ने जीत की ओर अपने आधे रास्ते को पार कर चुकी है। वहीं रुझानों को देखते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है। शिकारीपुरा सीट से भाजपा के सीएम पद के उम्मीदवार बीएस येद्दियुरप्पा 35397 वोटों से जीत गए हैं। वहीं, चामुंडेश्वरी सीट से सिद्दरमैया हार गए हैं। सिद्दरमैया अपरान्ह चार बजे राज्यपाल से मिलकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। इस बीच, जेडीएस की सरकार बनाने के लिए कांग्रेस तैयार हो गई है। जेडीएस को कांग्रेस बाहर से समर्थन दे सकती है।
इस बीच, बेंगलूरू और दिल्ली में भाजपा कार्यालय में नेता और कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं। भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और निर्मला सीतारण ने भी जश्न मनाया। इधर, कर्नाटक चुनाव के नतीजे से सेंसेक्स में भी उछाल आया है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस नेता गुलाम बनी आजाद से बातचीत की है। आज शाम छह बजे भाजपा मुख्याल में संसदीय कमेटी की बैठक होगी।
कर्नाटक में 23 मुस्लिम बहुल सीटें हैं। 2013 में बीजेपी को 23 में से सिर्फ आठ सीटों पर जीत हासिल हुई थी लेकिन इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी को दो सीटों का फायदा हो रहा है।
इसी तरह एससी-एसटी वर्ग से जुडे मतदाताओं ने भी भाजपा पर भरोसा जताया है। साल 2013 में बीजेपी को 23 सीटें मिली थी लेकिन 2018 में बीजेपी को 28 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है। कर्नाटक में एससी-एसटी बहुल 62 सीटें हैं।
इन चुनावों से पहले कांग्रेस ने लिंगायत वोटर्स पर सेंध लगाने की कोशिश की थी लेकिन उसका असर होता नजर नहीं आया। साल 2013 के चुनाव में बीजेपी को 62 लिंगायत बहुत क्षेत्र से 29 सीटों पर जीत हासिल हुई थी लेकिन 2018 में ये जीत और बड़ी हो गई। बीजेपी को करीब 40 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है।
राज्य के ऊर्जा मंत्री एवं कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने मीडिया को बताया कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि उनकी पार्टी (कांग्रेस) सत्ता में पांच साल रहने के बाद सत्ता से बेदखल होती दिख रही है। वहीं भाजपा के प्रवक्ता एस शांताराम ने कहा कि हम प्रफुल्लित हैं क्योंकि हमने आधा रास्ता तय कर लिया है। हमें जीत का पूरा भरोसा है।
अभी तक अधिकारिकतौर पर कोई परिणाम घोषित नहीं हुआ है, लेकिन शनिवार को हुए मतदान के बाद मंगलवार को जारी मतगणना के रुझानों में भाजपा सत्तारुढ़ कांग्रेस से आगे चल रही है और जेडी-एस तीसरे स्थान पर है। असल में बीजेपी को कर्नाटक में हर वर्ग और जाति से वोट मिले है जिसकी वजह उनकी जीत की राह आसान हुई है।
कांग्रेस नेता बीच-बीच में अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन शुरूआती रूझानों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा दिया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कुछ समय में शुरुआती रूझान पलटेंगे और उनकी सरकार बनेगी, हालांकि ऐसा होना मुश्किल नजर आ रहा है। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत ने कहा है हमें उम्मीद है कि हमारी जीत होगी लेकिन पार्टी ने सारे विकल्प खुले रखे हैं।