नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि देश पर वर्षों तक राज करने वाली पार्टी केवल चुनाव जीतने के लिए भारत के संघीय ढांचे पर कुठाराघात करने और देश के मूलभूत अधिष्ठान पर चोट पहुंचाने का काम किया है।
मोदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की सफलता के उत्सव के लिए जुटे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस चुनाव में कोई सोच नहीं सकता है कि अाज़ादी के बाद जो दल केन्द्रवर्ती राजनीति में रहा है और इतने वर्षों तक देश को चलाया है, उसने सिर्फ और सिर्फ चुनावी राजनीति के लिए अपने स्वार्थ के लिए भारत के संविधान, संघीय ढांचे और संघीय भावना को चोट पहुंचाने का कृत्य किया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर को दक्षिण से लड़वाने और केन्द्र एवं राज्य में तनाव पैदा करने की बातें कीं गयीं। उन्होंने कहा कि चुनाव आएंगे, जाएंगे। जीत हार लगी रहती है लेकिन देश के मूलभूत अधिष्ठानों पर घात होना बहुत चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव ने उनके मन को बहुत प्रभावित किया है। उन्हें पार्टी के संगठन में काम करते हुए और बाद में चुनाव प्रचार में देश के कोने-कोने में जाने का मौका मिला लेकिन मन पर एक बोझ रहता था कि उन्हें उस क्षेत्र की भाषा नहीं आती है।
उन्होंने कहा कि लेकिन कर्नाटक की जनता ने उन्हें इतना प्यार दिया कि भाषा बीच में आड़े नहीं अाई। उन्होंने कहा कि किसी को मोदी पसंद हो या नहीं हो। लेकिन देश के लिए क्या अच्छा क्या बुरा है, यह सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता जनार्दन ही भगवान स्वरूप होती है। उसके आशीर्वाद से एक नई ऊर्जा पैदा होती है। उन्होंने कहा कि हर चुनाव में कहा जा रहा है कि 2019 का बिगुल बज गया है। पर वह कहेंगे कि कर्नाटक में जो जीत हुई है, कार्यकर्ताओं के परिश्रम का परिणाम है और इसके लिए वह कार्यकर्ताओं को सौ-सौ सलाम करते हैं।
उन्होंने कहा कि पसीने की महक होती है तो वह महक भी कमल को खिलाती है। उन्होंने कहा कि संगठन की शक्ति से प्रभावी रणनीति से किस प्रकार से चुनाव लड़ा जाता है यह राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अमित शाह ने दिखाया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्नाटक की विजय एक असामान्य और अभूतपूर्व विजय है क्योंकि देश में ऐसी छवि बना दी गई है कि भाजपा यानी उत्तर भारत की पार्टी है। लोगों ने भाजपा को हिन्दी भाषी पार्टी होने झूठ फैला दिया था कि कोई और इससे इतर कुछ सोचना ही नहीं चाहता था।
उन्होंने कहा कि मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि ना तो गुजरात में हिन्दी बोली जाती है और ना ही महाराष्ट्र या गोवा में। असम और पूर्वोत्तर का कोई राज्य हिंदी भाषी नहीं है। कई लोगों ने ऐसा नजरिया बना दिया है और वे यह झूठ लगातार फैला रहे हैं। कर्नाटक की जनता ने ऐसी सोच रखने वालों को करारा झटका दिया है।
उन्होंने कहा कि मैं कर्नाटक की जनता को दिल से बधाई देता हूं। मैं वादा करता हूं कि कर्नाटक के उज्ज्वल भविष्य में भाजपा कभी भी पीछे नहीं रहेगी।
इस मौके पर भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सड़क परिवहन जलसंसाधन मंत्री नितिन गडकरी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन महामंत्री रामलाल भी मौजूद थे। समारोह का संचालन भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने किया।
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