बेंगलूरु। कर्नाटक में 13 माह पुरानी जनता दल (एस) और कांग्रेस गठबंधन सरकार का संकट कांग्रेस के दो और विधायकों के बुधवार को इस्तीफे के बाद और गहरा गया है। बागी विधायकों की संख्या बढ़कर 16 होने से गठबंधन सरकार के भविष्य पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं।
आवास मंत्री एमटीबी नागराज और कर्नाटक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ केके सुधाकर ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार के कक्ष में विधानसभा की सदस्यता से अपने इस्तीफे सौंपे।
इस प्रकार इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या बढ़कर 16 हो गई और यदि विधानसभा अध्यक्ष ने सभी इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए तो एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अल्पमत में आ जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष जिनके खिलाफ विपक्षी भाजपा के नेताओं ने पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्य करने का आरोप लगाया, ने दो और विधायकों के इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि इस्तीफे का पत्र क्रम में है और उन्हें 17 जुलाई को उनके सामने पेश होने का निर्देश दिया है।
अध्यक्ष ने कांग्रेस के दो विधायकों के इस्तीफे प्राप्त करने के तुरंत बाद अपना चैंबर छोड़ दिया क्योंकि उस समय कुछ और विधायकों के भी इस्तीफे की संभावना व्यक्त की जा रही थी।
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस के 11 और जद (एस) के तीन विधायकों सहित 14 विधायकों ने पहले ही अपनी सीटों से इस्तीफा दे दिया है और आज फिर दो विधायकों के इस्तीफे के बाद 224 सदस्यों वाली विधानसभा में गठबंधन सरकार ने एक तरह से अपना बहुमत खो दिया है।
दो और विधायकों के इस्तीफे से 13 माह पहले बने जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन के नेताओं को तगड़ा झटका लगा है जो सरकार को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।