शिवमोगा। कर्नाटक में शिवमोगा जिला पुलिस ने अधिकार क्षेत्र के ग्राम पंचायत अधिकारियों पर आवारा कुत्तों के टीकाकरण और पुनर्वास के बजाय कथित तौर पर उन्हें मारने का मामला दर्ज किया है।
पशु बचाओ कार्यकर्ताओं ने बुधवार को भद्रावती ग्रामीण थाना में ग्राम पंचायत अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ कुत्तों को जिंदा दफन कर दिया गया था।
शिवमोगा के पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि एक विशेषज्ञ टीम उस जगह का निरीक्षण कर रही है जहां कुत्तों को दफनाया गया था और विभाग को एक रिपोर्ट सौंप दी जाएगी।
उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने कुत्तों को मारा गया और उन्हें दफना दिया गया। आरोप है कि कम से कम 150 आवारा कुत्तों को मार डाला गया और उनमें से कुछ को जिंदा दफन कर दिया गया।
जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम अधिनियम 1960 के तहत, आवारा कुत्तों को पकड़ किसी भी अन्य स्थान पर नहीं भेजा जा सकता है और ऐसा करना अवैध माना गया है।
इस घटना का पता तब चला जब ग्रामीणों ने जमीन के नीचे से कुत्तों के एक झुंड के असामान्य तरीके से रोने की आवाज सुनी। जब ग्रामीणों ने जमीन खोदी, तो उनके होश उड़ गए, उन्होंने कुत्तों को जिंदा दफन पाया और इसके तुरंत बाद ग्रामीणों ने शिवमोगगा में गैर सरकारी संगठनों को सूचित किया । बाद में यहां से अनेक मृत कुत्तों के अवशेषों को बाहर निकाला गया।