Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
कर्नाटक में जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिरने के कगार पर - Sabguru News
होम Karnataka Bengaluru कर्नाटक में जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिरने के कगार पर

कर्नाटक में जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिरने के कगार पर

0
कर्नाटक में जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार गिरने के कगार पर

बेंगलूरु। कर्नाटक में शनिवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन के 14 विधायकों ने यह आरोप लगाते हुए विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया कि सरकार न ही लोगों की उम्मीदों पर खरी उतरी और न ही नेतृत्व ने निर्वाचित सदस्यों को विश्वास में लिया।

पूर्व जद (एस) प्रदेश अध्यक्ष एवं हुनसुर से विधायक ए एच विश्वनाथ ने राज भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि यह (एचडी कुमारस्वामी) सरकार न ही लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरी और न ही निर्वाचित सदस्यों की भावनाओं का ख्याल रखा इसलिए हमने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार को अपना इस्तीफा भेज दिया है और अब हमने राज्यपाल वजूभाई वाला के समक्ष अपने विचार रखने के लिए उसने मुलाकात भी की है।

अचानक हुए इस राजनीतिक घटनाक्रम से राज्य की 13 महीने पुरानी गठबंधन सरकार गिर सकती है। कांग्रेस के रामालिंगा रेड्डी, एच टी सोमशेखर, रमेश जरकीहोली के अलावा बी सी पाटिल, सौम्या रेड्डी, मुनिरत्न जैसे ईमानदार विधायकों के साथ-साथ जद (एस) के विश्वनाथ, गोपालैया और नारायण गौड़ा ने अपना इस्तीफा भेजा है जिससे कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अल्पमत में आ सकती है।

जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन के असंतुष्ट विधायकों के नेता के रूप में उभरे जद (एस) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एएच विश्वनाथ ने दावा किया कि दोनों दलों के विधायकों का सबंध न तो गठबंधन सरकार को अस्थिर करने के लिए भाजपा के बहुचर्चित ‘ऑपरेशन लोटस’ से है न ही उन्होंने भगवा पार्टी में शामिल होने के बारे में सोचा था।

उन्होंने कहाकि मैं इस बात से इनकार करता हूं कि असंतुष्ट विधायकों को भाजपा का समर्थन प्राप्त है। गठबंधन सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रही। हम इस सरकार में विफल हो गए और लोगों का हमसे विश्वास उठ चुका है। हम विधायकों का इस सरकार पर से विश्वास उठ गया है। हमें किसी ने लालच नहीं दिया है बल्कि हमने एक तार्किक निर्णय लिया है।

विश्वनाथ ने कहा कि उनके और रामालिंगा रेड्डी जैसे वरिष्ठ नेताओं के सरकार से बाहर निकलने का फैसला किए जाने से यह बात समझ में आनी चाहिए कि जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार के अंदर किस तरह का संकट व्याप्त है। उन्होंने कहा कि विधायक अपना इस्तीफा स्वीकार हो जाने के बाद भविष्य के बारे में फैसला करेंगे।

उन्होंने कहा कि हमने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय में उनकी अनुपस्थिति में भेज दिया है। हमने राज्यपाल से भी मुलाकात कर अपने विचार रख दिए हैं। हमें सूचना मिली है कि विधानसभा अध्यक्ष मंगलवार को हमारे इस्तीफे को स्वीकार करने के बारे में फैसला करेंगे लेकिन हम अपने फैसले पर अडिग हैं।

उन्होंने कहा कि विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार को अलग से पत्र लिखकर इस्तीफा सौंपने को लेकर स्पष्टीकरण दिया है। हमारी मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात करने की योजना है।

असंतुष्ट विधायक समूह के सूत्रों के अनुसार विधायकों ने अपने फैसले पर अड़े रहने का फैसला किया है और इस्तीफा स्वीकार हो जाने तक एकजुटता बनाए रखने का फैसला किया है। ऐसी आशंका है कि असंतुष्ट विधायक मंगलवार तक के लिए शहर के किसी बाहरी रिसोर्ट के लिए स्थानांरित हो सकते हैं। उनके मुंबई के लिए उड़ान भरने की भी संभावना है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार ये विधायक एक चार्टर्ड विमान से मुंबई जाने के लिए एचएएल हवाईअड्डा रवाना भी हो चुके हैं।