यादगिर। कर्नाटक पुलिस ने पैगंबर मोहम्मद को अपमानित करने वालों के सिर काटने की धमकी देने के मामले को लेकर दो मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवकों की पहचान यादगिर निवासी अकबर सैयद बहादुर अली तथा मोहम्मद अयाज के तौर पर हुई है।
गौरतलब है कि सोशल मीडिया मीडिया में वायरल हुए एक वीडियो में वे लोग बच्चों को पैगंबर मोहम्मद का अपमान बर्दास्त नहीं करने और उन्हें अपमानित करने वालों का सिर कलम करने की बात कर रहे हैं।
इस वीडियो में आरोपी यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि अखिल भारतीय मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष अकबरुद्दी ओवैसी 15 मिनट के लिए पुलिस सुरक्षा हटा लें और इसके बाद हम देख लोगों की कौन शक्तिशाली है। आरोपियों ने यह टिप्पणी 2012 में की थी।
दोनों मुस्लिम युवकों ने दावा किया कि जो लोग मुसलमानों पर अत्याचार करते हैं और उन्हें निशाना बनाते हैं, वे इस दुनिया में जितना चाहें उतना ऊपर उड़ सकते हैं, लेकिन कुरान में कहा गया है कि एक काफिर (काफिर) का अंतिम गंतव्य जहन्नम (नरक) है।
पुलिस अधीक्षक सीबी वेदमूर्ति ने मंगलवार को कहा था कि आरोपियों ने सोशल मीडिया में इस वीडियो को अपने समाज के लोगों को उकसाने के लिए इस वीडियो को डाला था। इस सिलसिले में भारतीय दंड संहिता की धारा 153 तथा 505/2 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक एक आरोपी अकबर सैयद ने कथित तौर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर उत्तेजक वीडियो को डाला था और इसके नौ हजार फॉलोअर्स हैं। वेदमूर्ति ने कहा कि अकबर सैयद कोहिनून ऊर्जा कंपनी में काम करता था, जबकि मोहम्मद अयाज की चिकेन की दुकान है।
जैसे ही उक्त आपत्तिजनक और घृणित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हिंदू जन जागृति समिति सहित हिंदू संगठनों ने पुलिस से प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने और नफरत फैलाने वालों को गिरफ्तार करने का आग्रह किया।