करवा चौथ (karva chauth) का व्रत हमेशा दिवाली के त्योहार से नौ दिन पहले मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी को आता है।
करवा चौथ का व्रत सुहागिन स्त्रियां ही रखती है, ये त्योहर पति – पत्नि प्रेम का प्रतीक है। आपने पति की लम्बी आयु के लिए भूखी प्यासी रहकर इस को उपवास रखती है। इसदिन स्त्रियां सोलह श्रृंगार से सजकर चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं और भगवान गणेश की पूजा करती हैं। सोलह श्रृंगार में सबसे ज्यादा महत्व मेहंदी का है।
ऐसा कहा जाता है कि जितना रंग मेहंदी का चढ़ता है उसका पति उसे उतना ही प्यार करता है। ऐसा आप भी सोच रही होगी कि भी कौन डिजाइन की मेहंदी लगये जिसे आपको आपने पति की तारीफ सुने को मिले मेहंदी डिजाइन्स को लेकर इंटरनेट के जमाने में महिलाएं काफी आगे हो गई हैं। महिलाओं में मेहंदी (karva chauth mehndi) खूबसूरती के चार चाँद लगा देती है। इसके लिए महिलाएं दो-तीन पहले से ही मेहंदी और पार्लर वालों के यहां देखी जा रही है। इस त्योहार को देखते बाजारों की रौनक बड़ गयी है।