अजमेर। सुहागिनों का त्योहार ‘करवा चौथ’ बुधवार को अजमेर में निर्जला व्रत रखकर मनाया गया। इस पर्व के कारण शहर और समीपवर्ती कस्बों के बाजारों में ग्राहकों की भीड़ रही। आलम यह रहा कि कोरोना को भूलकर लोग त्योहार मनाने में लग गए। दुकानदार भी लोगों की भीड़ से खुश नजर आए।
महिलाओं ने दो दिन पहले से ही करवा चौथ पर भेंट करने के लिए बाजारों से मेहंदी, श्रंगार का सामान, साड़िया, करवा खरीदना शुरू कर दिया और कुछ महिलाएं आज भी पूजा का सामान खरीदती देखी गई। एक साड़ी विक्रेता ने बताया कि 500 रुपए से 1000 रुपए तक की साड़ियां पिछले तीन दिनों से बिक रहीं हैं।
पति-पत्नी के बीच असीम प्रेम के प्रतीक ‘करवा चौथ’ के पर्व पर आज सुहागिन स्त्रियों ने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखा। करवाचौथ की कथा सुनने के बाद रात को चांद को अर्ध्य देकर छलनी में चंद्रमा दर्शन और अपने पति का मुखारविंद कर चौथ माता के सामने रखे करवा से जल का आचमन करने के बाद अन्न ग्रहण किया। माना जाता है कि करवाचौथ की कथा सुनने से विवाहित महिलाओं का सुहाग बना रहता है।
मान्यता है कि इससे घर में सुख, शान्ति, समृद्धि मिलती है। कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत मनाया जाता है। खुशहाल दाम्पत्य जीवन की कामना के साथ कई पुरूषों ने भी अपनी जीवन संगिनी के साथ आज व्रत रखा। सास-बहुओं, ननद-भोजाइयों के बीच आज सुबह से ही प्रेम और उत्साह का महौल नजर आया। पूजा के बाद बहू ने सास को, भाभी ने ननद को और पति ने अपनी पत्नी को साड़ी आभूषण भेंट करे।
गिफ्ट शॉप संचालक संदीप तंवर ने बताया कि करवा चौथ पर भेंट देने के लिए ग्राहकों ने विभिन्न तरह के आइटम्स की पिछले दो दिनों में उनकी दुकान से खूब खरीदारी की है जिससे लगता है कि त्योहारों की रौनक वापस लौटने लगी है।