नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने हिमाचल के कसौली में अनधिकृत निर्माण हटाने गई महिला अधिकारी की हमले से हुई मौत का स्वत: संज्ञान लिया है।
न्यायाधीश मदन बी लोकुर और न्यायाधीश दीपक गुप्ता की पीठ के समक्ष मामले का आज विशेष उल्लेख किया गया। पीठ को यह बताया गया कि किस प्रकार कसौली के नारायणी अतिथि गृह के मालिक विजय सिंह ने अनधिकृत निर्माण को हटाने गई सरकारी अधिकारी पर गोली से हमला किया, जिसमें उसकी मौत हो गई।
न्यायालय ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले को मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के समक्ष रखने की सलाह दी ताकि कल इस मामले की सुनवाई उचित पीठ कर सके।
न्यायालय ने कहा कि शीर्ष अदालत के आदेश पर अमल करने गई टीम में शामिल पुलिसकर्मी उस वक्त क्या कर रहे थे, जब सीलिंग अभियान के दौरान होटल मालिक ने महिला अधिकारी पर गोलियां चलाई?
गौरतलब है कि कल सहायक शहर नियोजक शैलबाला शर्मा कसौली के नारायणी अतिथि गृह में अनधिकृत निर्माण को सील करने गई थी, जिस पर मालिक ने गोलियां चलाई। घायल महिला अधिकारी ने बाद में दम तोड़ दिया। इस हमले में लोक निर्माण विभाग का एक अधिकारी भी घायल हुआ है। हमलावर मालिक मौके से फरार हो चुका है।