कासगंज। उत्तर प्रदेश की कासंगज पुलिस ने तीन साल पहले हुई चार लोगों की हत्या का खुलास करते हुए पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया महिला कांस्टेबल रूबी के प्रेम में अंधे राकेश नामक युवक ने 14 फरवरी 2018 को ग्रेटर नोएडा के बिसरिख इलाकेर की पंच विहार कालोनी में अपनी पत्नी और दो बच्चों की निर्ममता पूर्वक लोहे की रॉड से पीट-पीट कर हत्या कर उनके शव घर के ही बेसमेंट में गाड़ दिए थे। उसके बाद पक्का फर्श करवा दिया गया था।
उन्होंने बताया कि इस मामले में कासगंज पुलिस ने बुधवार रात गौतम बुद्धनगर के उस मकान की खुदाई कर तीनों के कंकाल बरामद कर लिए हैं साथ ही कासगंज के ढोलना इलाके में ही एक और युवक राजेश उर्फ कलुआ की हत्या की थी, जिसका भी खुलासा कासगंज पुलिस ने किया है।
इन हत्याओं के सनसनीखेज खुलासा करते हुए सीरियल किलर राके का चेहरा सामने आया है। कासगंज पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी राकेश, उसके पुलिस से रिटायर पिता बनवारीलाल, मां इंदुमती, भाई राजीव और प्रवेश, प्रेमिका पुलिस कांस्टेबल रूबी सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी को कासगंज जेल भेजा जा रहा है। कंकालों को जांच के लिए लैब भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि राकेश ने अपने दोस्त राजेन्द्र जो तीन हत्याओं का राज भी जानता था जिसकी कद काठी भी राकेश से मिलती जुलती थी। वह राजेन्द्र को 26 अप्रैल 2018 को अपनी बाइक पर बैठाकर कासगंज जिले के ढोलना इलाके में मारूपुर के जंगल में ले गया और उसकी भी गड़ासे से काटकर हत्या कर दी थी।
उन्होंने बताया कि राकेश के ससुर ने अपनी बेटी रत्नेश और उसके दो बच्चों की गुमशुदगी और अपहरण का मुकदमा गौतमबुद्धनगर के बिसरिख थाने में घटना के एक दिन बाद 15 फरवरी को दामाद राकेश, ससुर व राकेश के अन्य परिजनों के खिलाफ़ दर्ज कराया था,जिसमे अभी तक बिसरिख थाना पुलिस विवेचना कर रही थी। कासगंज पुलिस ने अब ये खुलासा करने के बाद बिसरिख थाना पुलिस भी इस मुकदमे को हत्या में तरमीम कर रही है।
बोत्रे ने बताया कि चार लोगों की जघन्य हत्या को अंजाम देकर मुख्य आरोपी राकेश ने अपनी पहचान छिपाकर कुशीनगर जिले के कुक्कनपट्टी निवासी दिलीप शर्मा के नाम से अपना फर्जी आधार कार्ड बनवाया और उसके बाद दिलीप शर्मा बनकर हरियाणा के पानीपत के मछरौला में कई वर्षों तक पहले मजदूर और फिर राज मिस्त्री बनकर काम किया।
इस दौरान लगातार अपनी प्रेमिका रूबी से संपर्क में रहा। मुख्य आरोपी राकेश को कल कासगंज पुलिस ने अपनी प्रेमिका से मिलने जाते समय कासगंज ढोलना इलाके के गढ़ी तिराहे से गिरफ्तार किया था।
उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी राकेश की शादी 2011 में एटा जिले के मारहरा इलाके के नगला कलुआ निवासी रत्नेश कुमारी के साथ हुई थी। लेकिन शादी के समय से ही राकेश का प्रेम प्रसंग अपने ही गांव नौगावां, कस्बा व थाना गंगीरी अलीगढ़ से चल रहा था।
रूबी 2016 में पुलिस में कांस्टेबल बन गई थी और वर्तमान में वो आगरा जिले के ताज महल की सुरक्षा डयूटी में तैनात है। शादी के बाद भी राकेश अपनी प्रेमिका रूबी से शादी करना चाहता था, जिसके लिए रूबी ने ही उसे पहले पत्नी और बच्चों को रास्ते से हटाने की शर्त रखी थी, जिसके चलते राकेश ने अपनी पत्नी और दोनों बच्चों की हत्या कर मकान में ही दफना दिया था।