नई दिल्ली। कश्मीर पुलिस ने सोमवार को अलगाववादी नेता सैयद अली शाह (एसएएस) गिलानी के अंतिम संस्कार के वीडियो की श्रृखंला जारी की।
वीडियों श्रृंखला जारी कर कश्मीर पुलिस ने दावा किया गिलानी के बेटे शुरू में रात में अंतिम संस्कार करने के लिए सहमत थे बाद में शायद पाकिस्तान और अपराधियों के दबाव में, उन्होंने अलग तरह का व्यवहार करने लगे और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का सहारा लिया। गिलानी के बेटों ने उनके शव को पाकिस्तान के झंडे में शव लपेटा, पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए।
पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि गिलानी की मृत्यु के बाद कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने पुलिस अधीक्षक और उप पुलिस अधीक्षक उनके दोनों बेटों के साथ आवास पर रात 11 बजे मुलाकात की और उनसे आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए गिलानी को रात में दफनाने का अनुरोध किया। जिस पर दोनों सहमत हो गए अपने रिश्तेदारों के आने तक दो घंटे इंतजार करने को कहा। आईजीपी कश्मीर ने व्यक्तिगत रूप से कुछ रिश्तेदारों से बात की और उन्हें सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया।
उन्होंने कहा किे हालांकि, तीन घंटे बाद, शायद पाकिस्तान और अपराधियों के दबाव में, उन्होंने अलग व्यवहार किया और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का सहारा लेना शुरू कर दिया। पाकिस्तान के झंडे में शव लपेटना, पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाना और पड़ोसियों को बाहर आने के लिए उकसाना शुरु कर दिया।
उन्होंने कहा कि अनुनय-विनय के बाद परिजन शव को कब्रिस्तान ले आए और इंतिजामिया कमेटी के सदस्यों और स्थानीय इमाम की मौजूदगी में उचित सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया।
उन्होंने कहा कि उनके दोनों बेटों के कब्रिस्तान में आने से इनकार करना दिवंगत पिता के लिए उनके प्यार और सम्मान के बजाय पाकिस्तानी एजेंडे के प्रति उनकी वफादारी को दिखाता है।
पुलिस द्वारा साझा किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि गिलानी की अंत्येष्टि में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे और अंतिम संस्कार की चरणबद्ध तरीके से किया गया था। एक वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि अंतिम संस्कार के दौरान मौजूद लोगों ने मृतक के लिए प्रार्थना की।
गिलानी के छोटे बेटे सैयद नसीम गिलानी ने आरोप लगाया था कि जिस रात उनके पिता की मौत हुई, उस रात पुलिस कर्मी उनके घर में घुस कर शव ले गए थे और खुद ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया था। हालांकि कश्मीर पुलिस ने बार-बार आरोपों का खंडन किया है।