श्रीनगर। पिछले 24 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी हिमपात होने के कारण जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर और घाटी के अन्य इलाके शनिवार सुबह बर्फ की चादर से ढंक गए।
हिमपात होने के कारण श्रीनगर में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। यहां पर अधिकतर दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं तथा सड़कों पर बहुत कम वाहन चल रहे हैं। प्रशासन मशीनों के जरिये बर्फ को हटाकर सड़कों को साफ करने में जुटा हुआ है। यहां अपराह्न हालांकि आंशिक रूप से सूर्य निकला जिसके कारण छतों, पेड़ों, मैदानों और बिजली के खंभों पर जमी बर्फ पिघलने लगी।
डॉक्टर्स एसोसिएशन कश्मीर ने चेतावनी दी है कि बर्फ जमने के कारण हृदय घात की समस्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में हल्की बारिश या हिमपात हो सकता है। अगले दो दिनों में हालांकि इसमें कमी आएगी। एक्कीस दिसंबर से जारी कड़ाके की सर्दी के दौरान पहली बारी हिमपात होने के कारण श्रीनगर में छत, पेड़ और खुले मैदान ‘सफेद चादर’ में ढक गए।
लोग विशेषकर सर्दियों की छुट्टियों का आनंद ले रहे बच्चों को एक-दूसरे पर बर्फ के गोले फेंकते और बर्फ से नाना प्रकार की कलाकृति बनाते देखे गए।
श्रीनगर में शुक्रवार न्यूनतम तापमान सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम था। शनिवार को एक डिग्री सेल्सियस बृद्धि के साथ शून्य से 1.3 कम दर्ज किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि श्रीनगर में अगले 24 घंटों के दौरान हल्की बारिश या हिमपात हो सकता है तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान कमश: सात डिग्री सेल्सियस और शून्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहने का अनुमान है।
यहां से 55 किलोमीटर दूर उत्तर में स्थित विश्व प्रसिद्ध स्काई रिजॉर्ट के होटल के एक मालिक ने यूनीवार्ता को बताया कि शुक्रवार से ही यहां हिमपात हो रहा है। उन्होंने बताया कि स्काई के ढलान पर लगभग तीन फुट हिमपात हुआ है।
गुलमर्ग न्यूनतम तापमान शून्य से 7.3 डिग्री सेल्सियस के साथ घाटी में सबसे ठंड स्थान रहा। यहां कल न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस कम था। यहां पर अधिकतम तापमान शून्य से चार डिग्री सेल्सयस कम दर्ज किया गया।