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खुशहाली के लिए मानवीय मूल्यों एवं भावनाओं का सम्मान करें लोग: दलाई लामा
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खुशहाली के लिए मानवीय मूल्यों एवं भावनाओं का सम्मान करें लोग: दलाई लामा

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खुशहाली के लिए मानवीय मूल्यों एवं भावनाओं का सम्मान करें लोग: दलाई लामा
Kejriwal,Dalai Lama launch 'Happiness Curriculum' for Delhi government schools
Kejriwal,Dalai Lama launch ‘Happiness Curriculum’ for Delhi government schools

नई दिल्ली। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने लोगों से मानवीय मूल्यों और भावनाओं का सम्मान करने की अपील की है, ताकि सभी के बीच खुशहाली लाई जा सके जिससे शांति एवं सौहार्द का माहौल बने और नफरत, ईर्ष्या और हिंसा का खात्मा हो।

दलाई लामा ने सोमवार को यहां दिल्ली सरकार के सभी स्कूलों के लिए ‘हैप्पीनेस करिकुलम’ लॉन्च करने के मौके पर कहा कि भारत में आधुनिक और प्राचीन ज्ञान को एक साथ मिलाकर दुनिया के सामने प्रस्तुत करने की क्षमता है, जिससे खुशहाल, ज्ञानवान और दयावान इंसानों के साथ एक बेहतर विश्व का निर्माण किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि भारत अगर प्राचीन और आधुनिक ज्ञान को एक साथ लेकर चले तो शांति और सौहार्द की स्थापना कर सकता है।

उन्होंने अपने संबोधन में भारतीय इतिहास के गौरव को याद करते हुए कहा कि तिब्बती लोग भारतीय ज्ञान और अध्यात्म के अनुयायी हैं। वे वफादार शिष्य हैं।

इस अवसर पर दलाई लामा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न भेंट करके उन्हें आशीर्वाद दिया। केजरीवाल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और सिसोदिया सम्मानित अतिथि थे।

केजरीवाल ने इस अवसर पर कहा कि ‘हैप्पीनेस करिकुलम’ को दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में प्रभावी तरीके से लागू करवाना उनकी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है ताकि खुशहाल, रचनात्मक और बुद्धिमान छात्रों का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि ये छात्र भ्रष्टाचार और आतंकवाद जैसी बुराइयों का सामना कर सकेंगे और एक बेहतर विश्व का निर्माण करेंगे।

उपमुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि इस कवायद में प्रतिदिन 10 लाख छात्र और करीब 50,000 शिक्षक शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि हैप्पीनेस करिकुलम को दिल्ली सरकार के 40 शिक्षकों, शिक्षाविदों और स्वयंसेवियों की एक टीम ने छह महीने में तैयार किया है।