चेन्नई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों की एक टीम ने शुक्रवार को तमिलनाडु के बाहरी इलाके केलमबक्कम में एक घर पर छापेमारी की। सुबह से ही छापेमारी की जा रही है। तमिलनाडु के तिरुचि विशेष शिविर सहित 22 ठिकानों पर 20 जुलाई को ली गई तलाशी के बाद यह कार्रवाई की गई।
एनआईए सूत्रों ने कहा कि शिविर में बंद श्रीलंकाई ड्रग माफियाओं के एक घर की तलाशी ली जा रही है। एनआईए की एक विज्ञप्ति के अनुसार पहले की तलाशी के दौरान उनकी टीम ने एक लैपटॉप और अन्य डिजिटल उपकरणों के साथ 60 से अधिक मोबाइल फोन और 50 से अधिक सिम कार्ड जब्त किए।
एनआईए ने सी गुनाशेखरन उर्फ गुना और पुष्पराज उर्फ पुकुट्टी कन्ना पाकिस्तान स्थित ड्रग और हथियार आपूर्तिकर्ता हाजी सलीम के सहयोग द्वारा संचालित श्रीलंकाई ड्रग माफिया की अवैध गतिविधियों के मामले में 20 जुलाई को तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुपुर, चेंगलपट्टू और तिरुचि जिलों में आरोपियों और संदिग्धों के 22 परिसरों की तलाशी ली।
ये ड्रग और हथियार तस्कर भारत और श्रीलंका में काम कर रहे हैं और इनका इरादा हिंसक गतिविधियों को अंजाम देना है। एनआईए द्वारा आठ जुलाई को आईपीसी की धारा 120-बी, धारा 18, एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21(सी), 23(सी), 24, 27ए, 28 और 29 के साथ पठित धारा 8(सी) के अलावा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की धारा 20, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया गया।
सूत्रों ने बताया कि तलाशी के दौरान डिजिटल उपकरणों और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए। एनआईए ने साल 2021 में तिरुवनंतपुरम के पास विझिंजम बंदरगाह तट पर श्रीलंका की एक नाव से 300 किलोग्राम हेरोइन, पांच एके-47 राइफल और गोला-बारूद बरामद किए थे।
दनुका रोशन, गुणाशेखरन, पुकुट्टी कन्नन, विक्रमासिंगम, कट्टा गामिनी, सुरंगा प्रदीप, रूपन मोहम्मद रियाज, कैनेडी और उमा रमन सहित 14 कैदी कथित तौर पर पाकिस्तानी तस्करों के संपर्क में थे ताकि भारत और श्रीलंका में ड्रग का कारोबार आगे बढ़ा सकें। विशेष शिविर में 140 से अधिक विदेशी कैदी हैं, जिनमें श्रीलंका के 100 से अधिक लोग शामिल हैं।