पथानामथिट्टा। केरल राज्य के मत्स्य पालन एवं संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने सोमवार भारतीय संविधान के खिलाफ एक विवादित बयान दिया और कहा कि यह मजदूरों को लूटने की अनुमति देता है।
चेरियन मल्लापल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि भारतीयों ने संविधान लिखा था जो अंग्रेजों द्वारा निर्देशित था। उन्होंने कहा कि यह लोगों और मजदूरों को लूटने की अनुमति देता है। धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र जैसे शब्द संविधान में लिखे गए हैं, लेकिन अंततः आम लोगों के शोषण का इरादा है।भारत एक ऐसा देश है जो श्रमिकों की हड़ताल को भी स्वीकार नहीं करता है। ऐसा संविधान के कारण ही है।
उन्होंने कहा कि यह सुंदर संविधान लोगों और मजदूरों को लूटने की अनुमति देता है। शासन संरचना श्रम शोषण को क्षमा करती है। यही कारण है कि अंबानी और अडानी बढ़े हैं और उन्हें भारतीय संविधान द्वारा सुरक्षा दी गई थी। उनके खिलाफ कितने मजदूर विरोध कर सकते हैं?
मंत्री ने कहा कि अदालत और संसद सब उद्योगपतियों के साथ हैं। मोदी जैसे लोग पूंजीपतियों के पक्ष में निर्णय लेते हैं, इस बात का प्रमाण है कि भारतीय संविधान उनके साथ है। आज के समय में मजदूर अपनी उचित मजदूरी नहीं मांग सकते। अगर वे अदालत में जाते हैं, तो भी फैसला पूंजीपतियों के पक्ष में होगा। देश में सभी समस्याओं के लिए मजदूरों को दोषी ठहराया जा रहा है।अगर वे अदालत का दरवाजा खटखटाते हैं, तो उनसे सवाल किया जाता है कि वे हड़ताल क्यों करते हैं।