अजमेर। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि केरल की सरकार संविधान के अनुरूप कार्य करे यह वह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे।
राज्यपाल का पद संभालने के बाद अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की बारगाह में हाजिरी लगाने आए खान ने गुरुवार को यहां पत्रकारो से बातचीत में कहा कि वह केरल में राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल का पद संवैधानिक है इसलिए वह संविधान से बधे हुए है। उन्होंने केरल की महिलाओं की भागीदारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश में महिलाओं की ऐसी ही भागीदारी होनी चाहिए।
उन्होंने केरल को साक्षरता के क्षेत्र में अव्वल बताते हुए कहा कि अन्य राज्यों की महिलाओं को भी इससे प्रेरणा लेकर काम करना चाहिए। उन्होंने तीन तलाक बिल का भी खुला समर्थन किया और कहा कि केंद्र सरकार ने कानून बनाकर महिलाओं को राहत प्रदान करने का काम किया है।
इससे पूर्व खान ने ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पहुंचकर मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश कर देश में अमन चैन, खुशहाली की दुआ की।
आरिफ मोहम्मद खान का व्याख्यान
अजमेर के जवाहर रंगमंच पर केरल के राज्यपाल माननीय आरिफ मोहम्मद खान का स्वामी विवेकानन्द की दृष्टि में विश्वबंधुत्व विषय पर व्याख्यान हुआ। कार्यक्रम में अजमेर के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत विशिष्ठ अतिथि थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रान्त के प्रान्त प्रमुख भगवान सिंह जी ने की।
कार्यक्रम में प्रान्त संपर्क प्रमुख अशोक खण्डेलवाल, प्रांत संगठक प्रांजलि दीदी, प्रांत सह संचालक शिवराज शर्मा, नगर संचालक डाॅ. श्याम भूतड़ा, नगर प्रमुख अखिल शर्मा सहित सभी महत्वपूर्ण कार्यकर्ताओं का सहभागिता रही।