तिरुवनंतपुरम। संविधान विरोधी टिप्पणी विवाद में फंसे केरल के मत्स्य एवं संस्कृति मंत्री साजी चेरियन ने बुधवार को कहा कि वह अपने खिलाफ लगे आरोप की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहे हैं।
चेरियन ने आज शाम यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मंत्रिमंडल में मेरे बने रहने से मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच या निर्णय में बाधा नहीं आनी चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि उनका कभी भी संविधान को अपमानित करने का इरादा नहीं रहा है, क्योंकि उनके मन में संविधान का बहुत सम्मान है। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेज दिया।
उन्होंने कहा कि मल्लापल्ली में दिए गए मेरे भाषण को मीडिया द्वारा विकृत और गलत व्याख्या किया गया था। इस्तीफा सौंपने का यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय है। मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा है।
ऐसी खबरें हैं कि मंत्री ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा इस मुद्दे पर उठाए गए कड़े रुख के कारण इस्तीफा दिया है। सीपीएम आलाकमान ने चेरियन की संविधान विरोधी टिप्पणियों पर नाराजगी व्यक्त की थी।
इस बीच तिरुवल्ला मजिस्ट्रेट कोर्ट ने पुलिस को साजी चेरियन के खिलाफ उनकी विवादास्पद टिप्पणी पर मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। आदालत ने यह आदेश कोच्चि के रहने वाले एक वकील की याचिका पर दिया। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने आज शाम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को मंत्री का इस्तीफा भेज दिया।