चेन्नई। मद्रास हाईकोर्ट द्वारा तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के पोएस गार्डन स्थित आवास ‘वेद निलयम’ को स्मारक में बदलने के लिए अन्नाद्रमुक सरकार के पिछले आदेश को रद्द करने के कुछ दिनों बाद दिवंगत मुख्यमंत्री की भतीजी और भतीजे ने शुक्रवार को इस परिसर पर स्वामित्व हासिल कर लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के कानूनी वारिसों भतीजी जे दीपा और उनके भाई जे दीपक ने अलग-अलग याचिका दायर किया था। चेन्नई जिलाधिकारी विजया रानी ने अदालत के आदेशानुसार 24,322 वर्ग फीट के बंगले की चाबी उन्हें सौंप दी।
इस बंगले का दरवाजा पांच साल बाद उनकी भतीजी दीपा और भतीजे दीपक ने खोले। यह बंगला पांच दिसंबर 2016 को जयललिता को अस्पताल में भर्ती होने के 75 दिन बाद बंद कर दिया गया था। दीपा और दीपक ने अंदर प्रवेश करने के बाद सबसे पहले दिवंगत जयललिता की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
दीपा ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया उन्होंने और उनके भाई ने वेद निलयम में रहने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि जीवन में ऐसी महत्वपूर्ण मोड़ आएगा। दीपा ने कहा कि बंगले को पुनः प्राप्त करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने बताया कि चाबी मिलने के बाद अब जयललिता की आत्मा को शांति मिलेगी।