खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में एक उप निरीक्षक को गोली मारने की घटना का पुलिस ने आज खुलासा करते हुए इस मामले से जुडी एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। यह हमला अवैध संबंधों को लेकर किया गया था।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि सब इंस्पेक्टर के के अग्रवाल पर हुए हमले के मामले में एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें यह कहानी सामने आई है कि 57 वर्षीय अग्रवाल के अपने पड़ोस में रहने वाली 26 वर्षीया शांतीबाई से अवैध सम्बन्ध पिछले एक वर्ष से थे।
शांतिबाई इस बीच आशा कार्यकर्ता के तौर पर हरसूद के समीप ग्राम सोनपुरा में पदस्थ हो गई, सोनपुरा में उसके सम्बन्ध ओमनारायण नामक युवक से हो गए। बहुगुणा ने बताया कि यह बात जब सब इंस्पेक्टर अग्रवाल की जानकारी में आई तो उसने शांतिबाई को धमकाना शुरू कर दिया और उसका दैहिक शोषण भी करने लगा। इससे परेशान होकर शान्तिबाई ने अग्रवाल की हत्या की साजिश रची।
उसने इसके लिए अपने दूसरे प्रेमी ओमनारायण को तैयार किया और तय योजना के मुताबिक अग्रवाल पर यह सुनियोजित हमला हुआ। ओमनारायण ने इस हमले के लिए अपने ममेरे भाई राजकुमार को भी शामिल किया। वे अग्रवाल को गोली मारकर तुरंत फ़रार हो गए, उन्हें यह लगा कि उसकी मौत हो गई है।
उन्होंने बताया कि इन तीनों के साथ ही इन्हें देशी कट्टा उपलब्ध कराने वाले छानेरा के सगीरुद्दीन खान नामक एक व्यक्ति को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले के खुलासे से इस बात की राहत तो मिली है कि यह सिमी से जुड़ा मामला कतई नहीं है। दरअसल अग्रवाल पूर्व में एटीएस में पदस्थ रह चुके हैं और तब भी उनपर एक बार इसी तरह का हमला हुआ था। इस बार की घटना को लेकर पहले यही आशंका व्यक्त की गई थी।
बुरहानपुर के आजाक थाने के प्रभारी केके अग्रवाल पर खण्डवा में गत दिवस तब उन पर यह हमला हुआ था, जब वे अपनी बाइक से हरसूद से खण्डवा लौट रहे थे। उन पर दो नक़ाबपोश बदमाशों ने करीब से गोली मारकर घायल कर दिया था, लेकिन कुछ राहगीरों की तत्परता से उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां समय पर उपचार से उनकी जान बच गई।