अजमेर। राजस्थान के अजमेर में विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के नाम पर बनने वाला गरीब नवाज विश्वविद्यालय के लिए दरगाह कमेटी ने प्रयास तेज कर दिए है।
दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने मंगलवार को बताया कि उनका प्रयास है कि आगामी पन्द्रह फरवरी से पूर्व प्रस्तावित विश्वविद्यालय की आधारशिला रख ली जाए और वर्ष 2020-21 के सत्र से इसे प्रारंभ करा दिया जाए।
कई वर्षों से लंबित इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए अजमेर जयपुर हाईवे स्थित कायड़ विश्रामस्थली पर विश्वविद्यालय के लिए प्रस्तावित भूमि पर चारदीवारी का कार्य प्रारंभ हो चुका है जिसे इसी महीने के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जोधपुर की मारवाड़ मुस्लिम एजुकेशन सोसायटी ने विश्वविद्यालय के लिए दस लाख रुपए का सहयोग देना मंजूर किया है जिसके तहत एक लाख रुपए का चैक दरगाह कमेटी को प्राप्त भी हो गया है।
पिछले दिनों मुंबई में दरगाह की प्रगति को लेकर हुई कांफ्रेंस के तहत भी सहयोग राशि आने का सिलसिला शुरू हो गया है। उन्होंने उम्मीद जताई की गरीब नवाज विश्वविद्यालय की स्थापना एक बहुत ही महत्वाकांक्षी योजना है जिसके जरिए शिक्षा की तालीम का व्यापक लाभ मिल सकेगा।