अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित महान सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की महाना छठी आज पारंपरिक तरीके से मनाई गई।
कोरोना लॉकडाउन नियमों की बाध्यता और ताउते तूफान के चलते रात से हो रही बरसात के बीच दरगाह शरीफ के आहता-ए-नूर में गिनती के खुद्दाम-ए-ख्वाजा ने बड़ी शिद्दत के साथ महाना छठी की फातिहा पढ़ी।
रस्मीतौर पर आयोजित छठी के इस मुबारक कार्यक्रम में कुरान शरीफ की तिलावत, शिजराखानी, के अलावा नात व मनकबत पेश किए गए और सलातों सलाम के बाद दुआ कर देश में अमन चैन, भाईचारे, खुशहाली, कोरोना महामारी से मुक्ति तथा प्राकृतिक आपदाओं से निजात के लिए दुआ की गई।
छठी के मौके पर अकीदतमंदों ने घरों से ही हाजिरी लगाई। पासधारक चंद खादिमों को छोड़कर दरगाह में अन्य का प्रवेश वर्जित रहा। ख्वाजा साहब के गुरु उस्मान हारुनी के उर्स पर तड़के सुबह जन्नती दरवाजा भी खोला गया।