जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां ने किसानों के समर्थन में राजधानी जयपुर में कांग्रेस के धरने को उसका पाखंड और नौटंकी करार दिया है।
डॉ पूनिया ने कांग्रेस का धरना पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अच्छा है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभी से कांग्रेसियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं क्योंकि अब तो जीवन भर उन्हें धरने से ही काम चलाना पड़ेगा, वैसे भी किसान कर्जामाफी, बेरोजगारी और अपराध जैसे मुद्दों पर उनकी धारणा देखकर यह धरना कांग्रेस का पाखंड और नौटंकी ही ज्यादा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि पहला मौका है जब किसी मुख्यमंत्री ने चुनी हुई केन्द्र सरकार के खिलाफ निम्न स्तर की टीका-टिप्पणी कर सरकार के संघीय ढांचे का अपमान किया है और लोकतंत्र पर चोट पहुंचाई है। ऐसी भाषा का उपयोग लोकतांत्रिक शुचिता के लिए ठीक नहीं है।
राठौड़ ने कहा कि उनकी सलाह है कि गहलोत मुख्यमंत्री पद की गरिमा का ध्यान रखते हुए हर एक शब्द को नाप-तौल कर ही बोलें। उन्होंने कहा कि गहलोत ‘नादान, नाकारा, निकम्मा और नालायक’ जैसे शब्दों को अभी तक नहीं भूले हैं। चार महीने पहले भी इन्हीं शब्दों का उपयोग किया था तब निशाना कहीं ओर था और आज भी वही शब्द है पर निशाना कहीं ओर है। मुख्यमंत्री कहीं एक तीर से दो शिकार तो नहीं कर रहे हैं।