अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिले की मार्बल मंडी किशनगढ़ के बहुचर्चित भंवर सिंह सिनोदिया हत्याकांड के मुख्य चश्मदीद गवाह भागचंद चोटिया हत्याकांड का पुलिस ने महज 48 घंटों के भीतर ही खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने आज किशनगढ़ थाने में पत्रकारों को बताया कि भागचंद चोटिया हत्याकांड में लिप्त मुख्य आरोपी हीरालाल, उसके सहयोगी रामदयाल और देवाराम को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में इन्होंने बताया कि धौलपुर जेल में बंद बलवाराम जाट के कहने पर उन्होंने भागचंद चोटिया की गोली मारकर हत्या की थी।
उन्होंने बताया कि इन अपराधियों ने 18 अक्टूबर की शाम किशनगढ़ के बीच बाजार बालाजी मंदिर पर कई राउंड फायर करके चोटिया की हत्या कर दी। पुलिस तभी से हत्यारों के पीछे लगी हुई थी और आज उसमें सफलता मिली। पुलिस ने हथियार उपलब्ध कराने वाले एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया है जिसके खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि एक अन्य आरोपी की पुलिस को सरगर्मी से तलाश है।
राष्ट्रदीप ने बताया कि अब जब यह बात सामने आ गई है कि रंजिश के चलते इस हत्या को अंजाम दिया गया है तो पुलिस बलवाराम जाट को भी धौलपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार करेगी। रविवार शाम दिनदहाड़े हरमाड़ा निवासी सरपंच पुत्र भागचंद चोटिया की हत्या कर दी गई थी। तब से पुलिस अधीक्षक खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे थे।
इस हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सीधे हस्तक्षेप करते हुए पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया को निष्पक्ष जांच और हत्यारों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया था। उल्लेखनीय है कि पूर्व विधायक के पुत्र भंवर सिंह सिनोदिया की वर्ष 2009 में हत्या कर दी गई थी और भागचंद चोटिया उसका प्रमुख चश्मदीद गवाह था।