JEE Main की मैरिट : देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक JEE Main के जनवरी सत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जारी । 30 सितंबर तक आवेदन किए जाएंगे। हर साल की तरह इस साल भी लाखों छात्र इसके लिए अप्लाई कर रहे हैं। एक ओर आवेदन चल रहे हैं तो दूसरी तरफ छात्र जी जान से परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। लेकिन परीक्षा तैयारी के साथ आपको परीक्षा प्रक्रिया, सलेक्शन, मेरिट कैसे बनती है और किन छात्रों का आखिर में दाखिला मिलेगा जैसी जानकारी भी रखनी चाहिए।
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इस पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है। क्योंकि अगर इसकी जानकारी आपके पास नहीं होगी तो आप अपनी तैयारी की सही दिशा में नहीं ले जा पाएंगे । परीक्षा में तभी सफल हुआ जा सकता है, जब आपको उसकी सभी बारीकियां पता हो। तो आज हम आपको बताएंगे। परसेंटेज और पर्सेंटाइल में क्या अंतर है।
सबसे पहले बात परसेंटेज की जैसा की आप सभी जानते है। परसेंटेज क्या होता है, और इसका कैलकुलेशन कैसे किया जाता है। परसेंटेज का मतलब होता है। आपको 100में से कितने नंबर मिले। परसेंटेज और पर्सेंटाइल में काफी अंतर होता है। और पर्सेंटाइल के हिसाब से ही मैरिट बनती है। तो चलिए आपको बताते हैं पर्सेंटाइल क्या है।
पर्सेंटाइल का मतलब होता है कितने छात्र आपसे नीचे है। यानि सीधी भाषा में कहें तो, आपको कितने छात्रों से ज्यादा नंबर मिले। जैसे आपका पर्सेंटाइल 80 फीसदी है तो इसका मतलब हुआ कि आपने 80 फीसदी उम्मीदवारों से ज्यादा मार्क्स हासिल किए हैं।
कैसे निकालते हैं JEE Main परसेंटाइल?
फार्मूला- 100x किसी ग्रुप में सबसे ज्यादा मार्क्स लाने वाले छात्रों से कम अंक लाने वाले छात्रों की कुल संख्या / ग्रुप के कुल कैंडिडेट्स की संख्या
उदारहण– मान लिया जाए 1000 छात्रों ने कोई परीक्षा दी। और X ने परीक्षा में 70 प्रतिशत अंक हासिल किए और 800 छात्रों का स्कोर उससे कम है। तो उसका पर्सेंटाइल स्कोर इस तरह निकालेंगे
100 x कम स्कोर करने वाले छात्रा/ टोटल छात्र
यानि 100 x 800/1000 = 80
यानि आपका पर्सेंटाइल हुआ 80
उदारहण- 2
अगर किसी उम्मीदवार ने बोर्ड परीक्षा में 95 मार्क्स हासिल किये और 2020 उम्मीदवारों का स्कोर उससे कम है, और कुल छात्रों की संख्या 2500 हजार थी
यानि 100 x 2020 /2500 = 80.8
कैसे निर्दिष्ट की जाएगी रैंकिंग?
जेईई मेंस में छात्रों की रैंकिंग के लिए NTA स्कोर का सहारा लिया जाएगा। स्कोर सभी चरणों में पर्सेंटाइल स्कोर को जोड़कर निकाला जाएगा। पहले सभी सेशन का अलग-अलग पर्सेंटाइल निकाला जाएगा। फिर उन पर्सेंटाइल स्कोर को एक साथ मिलाकर ओवरऑल मेरिट और रैंकिंग तैयार की जाएंगी।
अगर दो या उससे ज्यादा उम्मीदवार का बराबर पर्सेंटाइल हुआ तो जिसका मैथ, फीजिक्स, केमिस्ट्री में ज्यादा पर्सेंटाइल होगा, उसका पर्सेंटाइल अधिक माना जाएगा। अगर ये भी टाई रहा था उम्र के हिसाब से रैंकिंग तय की जाएगी। जिस उम्मीदवार की उम्र ज्यादा होगी। उसकी पर्सेंटाइल अधिक मानी जाएगी। और फिर भी टाई रहा तो दोनों को एक ही रैंकिंग दी जाएगी
परीक्षा का माध्यम और फॉर्मेट
जैसे की आपको पता है इस बार से परीक्षा का आयोजन सीबीएसई की जगह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि NTA करेगा। साथ ही अब ये परीक्षा साल में दो बार होगी। परीक्षा में शामिल होने के इच्छुक छात्र एनटीए की वेबसाइट, www.nta.ac.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। याद रखिए आवेदन की आखिरी तारीख 30 सितंबर है। इसके बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। बेहतर रहेगा की आप आखिरी दिन का इंतजार ना करें।
कौन कर सकता है अप्लाई ?
जेईई मेंस की परीक्षा में शामिल होने के लिए बारहवीं कक्षा में आपके 75 फीसदी मार्क होने चाहिए। वहीं, SC/ST कैटेगिरी के उम्मीदवार के लिए 12वीं में 65 फीसदी अंक होने आवश्यक है।
JEE Main परीक्षा सारणी
JEE MAINS-1
आवेदन करने की तारीख- 1 सितंबर 2018 -30 सितंबर 2018
एडमिट कार्ड जारी होने की तारीख- 17 दिसंबर 2018
परीक्षा की तारीख- 6 जनवरी – 20 जनवरी 2019 के बीच
रिजल्ट जारी होने की तारीख- 31 जनवरी 2019
JEE MAINS-2
आवेदन करने की तारीख- 8 फरवरी – 7 मार्च 2019 तक
एडमिट कार्ड जारी होने की तारीख- 18 मार्च 2019
परीक्षा की तारीख- 6 अप्रैल – 20 अप्रैल 2019 के बीच
रिजल्ट जारी होने की तारीख- 30 अप्रैल 2019
कैसे होगी परीक्षा ?
NTA की ओर से आयोजित की जाने वाली ये परीक्षा ऑनलाइन यानि कंप्यूटर बेस्ड होगी। पहले ये परीक्षा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आयोजित होती थी। उम्मीदवार साल में दो बार परीक्षा दे सकते हैं। लेकिन जिस परीक्षा में ज्यादा अंक होंगे उसके आधार पे ही चयन संभव होगा। इससे छात्रों को एक साल बर्बाद किए बना एक और अवसर मिलेगा।
लेकिन एडमिशन प्रोसेस JEE Mains परीक्षा पूरी होने के बाद ही शुरू होगा। परीक्षा दो शिफ्ट में होगी। पहली शिफ्ट 9.30 से 12.30 तक होगी। दूसरी शिफ्ट 2.30 से 5.30 बजे तक होगी। छात्र परीक्षा से पहले टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर के लिए अप्लाई कर सकते है। इसके लिए आपको NTA की साइड पर जाकर आवेदन करना होगा। और उसमें आपको टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर समेत तमाम डिटेल भरनी होगी।
जेईई मेंस परीक्षा पास करने छात्रों को जेईई एडवांस में हिस्सा लेना होगा। जिसके आधर पर कॉलेज में एडमिशन मिलेगा। जेईई एडवांस के लिए सिर्फ वहीं कैडिडेंट सलेक्ट होंगे, जिनकी मेंस में अच्छी रैंकिंग होगी। JEE मेन्स और एडवांस पेपर क्लियर करने वाले छात्रों को आईआईटी, एनआईटी और आईआईआईटी में BTech, BE और BArch कोर्स में दाखिला मिलेगा।