कोटा कोटा बैराज से की जा रही पानी की अथाह जल निकासी से शनिवार को बैराज के समानांतर बसी कई कॉलोनियां-बस्तियां जलमग्न हो गई। मध्यप्रदेश व चंबल के कैचमेंट एरिया में लगातार भारी बारिश के चलते कोटा में बाढ़ आ गई ।
चम्बल खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। भीमगंजमंडी स्टेशन इलाके की कॉलोनियों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
चंबल अब खतरे के निशान पर बह रही है। पानी की भारी आवक के कारण कोटा बैराज के शनिवार को पूरे 19 गेट खोलकर 6 लाख से ज्यादा क्यूसेक पानी की निकासी चंबल में की जा रही है।
चम्बल के निचले इलाकों को खाली करवाने के लिए रात भर टीम लगी रही । बाढ़ के हालात बनने पर जिला व पुलिस प्रशासन लोगों को घरों से निकालने में मुस्तैदी से जुटा है। गांव डूब में आने से लोगों को घरों से सुरक्षित निकालने के लिए आरएसी और पुलिस जवानों की टोली युद्धस्तर पर बचाव कार्य में जुटी है।
बड़ी मात्रा में बांध से छोड़े गए पानी ने तबाही मचा दी है। कई मवेशी डूब गए हैं। लोगों का रोजमर्रा का सामान भी तैरता नजर आ रहा है। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। जिला कलक्टर ने संबंधित विभागों से प्रभावितों के लिए भोजन व पुनर्वास की व्यवस्था करने को कहा है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कोटा, झालावाड़ और धौलपुर जिलों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कोटा के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों को आश्वासन दिया कि उन्हें राहत प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
Chief Minister Shri Ashok Gehlot conducted an aerial survey of the flood-affected areas in Kota, Bundi, Jhalawar, and Dholpur. https://t.co/ZnOgbWuT0m
— CMO Rajasthan (@RajCMO) September 16, 2019