कोटा। राजस्थान में कोटा के नगर निगम चुनाव के बाद निर्दलीय पार्षदों का कांग्रेस में शामिल होने का सिलसिला शुरू हो गया है।
कोटा उत्तर नगर निगम से निर्वाचित दो पार्षदों ने बुधवार को नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल से मुलाकात के बाद कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की। हालांकि इस नगर निगम में कांग्रेसी पहले ही 47 वार्डों में चुनाव जीतकर भारी बहुमत हासिल कर अपने दम पर बोर्ड बनाने में सक्षम है, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस ने इन दोनों पार्षदों का पार्टी में स्वागत किया है।
कोटा के दोनों नगर निगम में महापौर के चुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने के मसले पर निर्वाचित पार्षदों से बातचीत करने के लिए कोटा पहुंचे नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने पार्टी कार्यालय में उनकी एक बैठक की जिसमें उन्होंने कहा कि जब कोटा के दोनों नगर निगम में सत्ता की बागडोर कांग्रेस के हाथ में होगी तो कोटा शहर का विकास की दृष्टि से नक्शा बदलने में काफी मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर दोनों नगर निगम में महापौर का नाम तय करना है। इसे अंतिम रूप से फाइनल आलाकमान करेगा, लेकिन सभी को आलाकमान की इस फैसले को हर हाल में मानना ही है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि किसी ने इस मामले में पार्टी संगठन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो नुकसान उसका भी होगा। इसलिए सभी को पार्टी के प्रति निष्ठावान बने रहना है। इसी में कांग्रेस की जीत है और जनता की जीत है। जनता ने दोनों नगर निगमों के चुनावों में पार्टी के प्रति अपार समर्थन में किया है और हमें इसका सम्मान करना है।
कांग्रेस दोनों नगर निगम में अपना बोर्ड बनाने के प्रति इतनी आश्वस्त है कि पार्टी में अब तक पार्षदों की बाड़ाबंदी करना भी जरूरी नहीं समझा है और वे पूरी तरह से जुड़े हुए हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी मंगलवार रात को ही बाड़ाबंदी कर चुकी है और सभी पार्षदों को एक निजी रिसोर्ट में ठहराया गया है।