कोटा। राजस्थान में कोटा दक्षिण नगर निगम में महापौर का चुनाव सत्तारुढ़ कांग्रेस और विपक्ष भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ हैं।
महापौर का चुनाव मंगलवार को होगा, जिसमें दोनों पार्टियों की चुनाव प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। कोटा दक्षिण नगर निगम में 80 सीटों के लिए हुए चुनाव में इन दोनों ही राजनीतिक दलों के 36-36 पार्षद निर्वाचित हुए जबकि आठ निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव जीतकर बाजी मारी और परिणाम आने के बाद दोनों ही राजनीतिक दल अपना बोर्ड बनाने का दावा कर रहे हैं। निर्दलीयों में चार-चार उनके बागी उम्मीदवार हैं और दोनों ही दल इन बागियों के अपने पक्ष में मतदान करने के दावे किए जा रहे हैं।
कोटा दक्षिण नगर निगम से कांग्रेस ने पहली बार पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़कर राजीव अग्रवाल को महापौर पद के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि भाजपा ने विवेक राजवंशी को महापौर पद के लिए अपने प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है। राजवंशी इस चुनाव से पहले भी वह दो बार पार्षद का चुनाव जीत चुके हैं जबकि कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी राजीव अग्रवाल ने पहली बार पार्षद बनकर कांग्रेस की ओर से महापौर पद के दावेदार हैं।
कांग्रेस ने कोटा में निगम चुनाव में पहली बार इतनी मजबूत स्थिति में आई हैं। इस नगर निगम के ज्यादातर वार्ड नए कोटा शहर के तहत आते हैं जहां प्रारंभ से ही भाजपा का मजबूत गढ़ रहा है। विधानसभा सीटों के परिसीमन के बाद जब कोटा विधानसभा सीट को उत्तर एवं दक्षिण दो विधानसभा सीटों में बांटा गया था, तब कोटा दक्षिण विधानसभा सीट में नए कोटा शहर का बड़ा हिस्सा शामिल किया गया था और परिसीमन के बाद अब तक हुए विधानसभा चुनाव में हर बार भाजपा को भारी बढ़त के साथ विजय हासिल हुई है।
कांग्रेस और भाजपा दोनों ने अलग-अलग स्थानों पर अपनी निर्वाचित पार्षदों की बाडाबंदी कर रखी है। उधर, कोटा उत्तर नगर निगम में कांग्रेस पर्याप्त बहुमत लेकर अपना महापौर बनाने को आश्वस्त है जबकि भाजपा को केवल 14 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा हैं। कोटा उत्तर नगर निगम में महापौर के लिए कांग्रेस ने मंजू मेहरा को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि भाजपा ने संतोष बेरवा को चुनाव मैदान में उतारा है।