कोटा। सामाजिक एवं सांस्कृतिक सरोकारों की वाहक संस्था सुभाष कला संगम कोरोना काल में आमजन के तनाव भरे वातावरण को दूर करने के लिए आगामी कार्ययोजना तैयार करने में जुट गई है।
शनिवार को शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ संस्था की ओर से आयोजित लघु कार्यक्रम में डांस, सिंगिंग, एक्टिंग गुरुओं का सम्मान किया गया। स्टूडेंट्स ने डांस गुरु मिस्टर हरीश महावर का माला पहनाकर तथा केक काटकर सम्मान किया।
इस मौके पर संस्था अध्यक्ष निर्मला दहिया के प्रयासों की सराहना करते हुए सम्मान किया गया। कोरोनकाल में थम सी गई सांस्कृतिक गतिविधियों के संचालन को कोरोना गाइडलाइन के अनुरूप फिर गति देने को लेकर चर्चा हुई। उपस्थित सदस्यों ने वैश्विक महामारी कोविड के प्रसार के बीच आमजन के जीवन में आ रहे बदलाव के प्रति चिंता व्यक्त की।
तनाव भरे इस समय में लोग अवसाद में ना आएं तथा स्वास्थ्य के प्रति सावचेत रहें इसके लिए आनलाइन व सोशल मीडिया के जरिए उन तक सकारात्मक संदेश पहुंचाने का संस्था सदस्यों ने अपनी तरफ से प्रयास करने का संकल्प किया।
इस अवसर पर उपस्थित कलाकारों ने मधुर गीतों माहौल को खुशनुमा बना दिया। राजकुमार ने इतनी शक्ति हमे देना दाता मन का विश्वास कमज़ोर हो ना… गीत की प्रस्तुति दी। रामलाल वर्मा ने एक दिन बिक जएगा माटी के मोल जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल… गीत प्रस्तुत किया। संस्था अध्यक्ष निर्मला दहिया ने कोरोना बेस्ड सॉन्ग प्रस्तुत किया।
अंत में संस्था सचिव एवं सभी के गुरु हरीश महावर ने कलाकारों को आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा संस्था का हर सामाजिक और सांस्कृतिक कार्य जनजागृति के लिए होता है। दहिया ने कहा कि बिना शिक्षक के हमारा ज्ञान अधूरा रहता है चाहे पढ़ाई का क्षेत्र हो या डांस, सिंगिंग, एक्टिंग या सामाजिक कार्य ही क्यों ना हो। सभी कार्यों में मार्गदर्शक के रूप में गुरु की आवश्यकता होती है। इस अवसर पर संस्था के कलाकारों में जितेन्द्र, सुनील, सत्येंद्र, कपिल, राजकुमार, रामलाल वर्मा दीपक अटल आदि उपस्थित रहे।