अजमेर। दयानंद महाविद्यालय में कृषि संकाय के तत्वावधान में रविवार को सात दिवसीय कृषि तरंग कार्यक्रम का रंगारंग शुभारंभ किया गया।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉक्टर संत कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय बीज अनुसंधान केंद्र तबीजी के डायरेक्टर डीएस धर्मेंद्र सिंह भाटी ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर भाटी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है। वर्तमान समय में कृषि क्षेत्र में युवाओं के भविष्य के लिए असीम संभावनाएं हैं। कृषि क्षेत्र में युवा अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं। कृषि संकाय के क्षेत्र में दयानंद महाविद्यालय अजमेर का नाम अग्रणी है। इस महाविद्यालय से पढे प्रतिभावान छात्रों ने प्रदेश तथा देश के विभिन्न कृषि विभागों में परचम फहराया हुआ है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत ने बताया कि महाविद्यालय कृषि संकाय प्रतिदिन नवाचार के माध्यम से विद्यार्थियों को अधिकाधिक ज्ञानार्जन के लिए प्रेरित कर रहा है और विद्यार्थी इसका भरपूर लाभ उठा रहे हैं। डॉ कुमार ने बताया कि सात दिवसीय कृषि तरंग कार्यक्रम में प्रथम दिन महाविद्यालय के नवप्रवेश विद्यार्थियों का सीनियर छात्रों ने स्वागत किया तथा भविष्य में पूरा सहयोग देने की बात कही।
सात दिवसीय कृषि तरंग कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद विवाद प्रतियोगिता, कृषि क्षेत्र में आए नवाचार विषयक विचार संगोष्ठी सरीखे कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। डॉ कुमार ने बताया कि प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभावान विद्यार्थियों को कार्यक्रम के समापन पर पुरस्कार वितरण कर सम्मानित किया जाएगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर लक्ष्मीकांत ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका आभार व्यक्त किया। कृषि संकाय के डीन डॉक्टर आरएल सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर कृषि संकाय के व्याख्याता डॉक्टर एमएल वर्मा, डॉ वीके वर्मा, एसपी पिलानिया, दिगंबर सिंह, केदार सिंह, पंकज कुमार, अनु शर्मा, डॉ राजश्री बंसल, लाड कवर सहित कृषि संकाय के सदस्य उपस्थित थे।