हेग। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय नौसेना पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव पर बुधवार को अपना बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाएगा।
न्यायालय ने कहा कि वह अपराह्न तीन बजे (भारतीय समयानुसार 12:30 बजे) अपना फैसला सुनाएगा। आईसीजे की 11 न्यायाधीशों की पीठ ने गत 22 फरवरी को इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था।
जाधव को मार्च 2016 को पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने बलूचिस्तान प्रांत में ईरान की सीमा से कुछ किलोमीटर दूर मशाकेल शहर से गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान का कहना है कि जाधव ईरान से पाकिस्तान में घुसे थे।
पाकिस्तान ने उन पर हुसैन मुबारक पटेल नाम से पाकिस्तान में रहने और भारत के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया गया था। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने अप्रेल 2017 में जासूसी और आतंकवाद के मामले में उन्हें फांसी की सजा सुनाई थी।
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया था कि जाधव ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पाकिस्तानी अदालत के इस फैसले को भारत ने मई 2017 में आईसीजे में चुनौती दी जिसके बाद जुलाई 2018 में जाधव की सजा पर रोक लगा दी गई।
भारत ने पाकिस्तान के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया था जहां वह नौसेना से सेवानिवृत्ति के बाद अपना कारोबार कर रहे थे। भारत ने जाधव की गिरफ्तारी को वियना संधि का उल्लंघन बताते हुए पाकिस्तान से उन्हें भारत को सौंपने की मांग भी की थी लेकिन पाकिस्तान ने भारत के इस प्रस्ताव ठुकरा दिया था।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने गत सप्ताह कहा था कि पाकिस्तान आईसीजे का फैसला स्वीकार करेगा।