लंदन। पूर्व श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा मेरिलबोन क्रिकेट क्लब(एमसीसी) के अगले अध्यक्ष होंगे और इस पद पर काबिज होने वाले वह पहले गैर ब्रिटिश होंगे।
वर्ष 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर हुए संगकारा इस वर्ष एक अक्टूबर से यह पद संभालेंगे और 12 महीने के लिए पद पर बने रहेंगे। लार्ड्स में मौजूदा अध्यक्ष एंथनी रेफोर्ड ने एमसीसी की सालाना आम बैठक में संगकारा के नये अध्यक्ष पद पर नाम की घोषणा की है।
41 साल के संगकारा पिछले लंबे समय से क्लब से जुड़े हुए थे। वर्ष 2011 में उन्होंने ‘स्पीरिट ऑफ क्रिकेट काउड्रे लेक्चर’ भी दिया था। वर्ष 2012 में उन्हें क्लब की आजीवन सदस्यता प्रदान की गयी थी। इसी वर्ष वह एमसीसी वर्ल्ड क्रिकेट समिति के भी सदस्य बने और अभी भी अपने पद पर हैं।
संगकारा ने कहा कि मेरे लिए यह बहुत बड़े सम्मान की बात है कि मैं एमसीसी का अगला अध्यक्ष बनूंगा और इस पद पर काम करने के लिए मैं उत्साहित हूं। मेरे लिए यह दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट क्लब है और इसकी वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा काफी बढ़ी है।
पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि वर्ष 2020 क्रिकेट के लिए एक अहम वर्ष होगा, खासतौर पर लार्ड्स में, और मैं इस बात से खुश हूं कि मैं खेल के भविष्य को सुधारने में बतौर एमसीसी अध्यक्ष भागीदार बन सकूंगा।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अनुसार उनकी अध्यक्षता में लार्ड्स में इंग्लैंड के वेस्टइंडीज़ और पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच होंगे। संगकारा के कार्यकाल में फ्रेंचाइजी आधारित ‘होम ऑफ क्रिकेट’ की शुरूआत जैसे कुछ अहम टूर्नामेंट होंगे।
लार्ड्स के ऑनर्स बोर्ड पर भी संगकारा का नाम दो बार दर्ज हुआ और उनकी दोनों बड़ी पारियां वर्ष 2014 में खेली थीं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में 147 रन की पारी खेली थी जिससे मैच ड्रॉ हो गया जबकि वनडे मैच में श्रीलंका के लिए 112 रन की पारी खेल टीम को जीत दिलाई।
संगकारा की नियुक्ति पर एमसीसी अध्यक्ष एंथनी ने कहा कि एमसीसी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है, ऐसे में हम खुश हैं कि कुमार ने हमारे निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने जनवरी में हमारे प्रस्ताव को स्वीकार किया और एमसीसी के अगले अध्यक्ष होंगे।
उन्होंने कहा कि मैदान पर और मैदान के बाहर संगकारा का क्लब के लिए बहुत योगदान रहा है। विश्वकप और एशेज़ के चलते उनकी बतौर अध्यक्ष एक अहम भूमिका रहेगी। एमसीसी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के नियम निर्धारण की अहम संस्था माना जाता है।