प्रयागराज। आध्यात्मिक नगरी प्रयागराज में श्री दशनाम जूना अखाडा और श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा की निकली पहली शाही पेशवाई में श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र नागा सन्यासी रहे।
श्रीदशनाम जूना अखाडा के मौजगिरी आश्रम से शुरू हुई पेशवाई में गंगा पार स्थित झूंसी स्थित शिविर तक आगे आगे नागा सन्यासी अपने करतब दिखाते चल रहे थे। कोई घोड़ा पर बैठकर हर हर महादेव का उद्घोष कर रहा था तो कोई भीड़ में चिलम से दम मारने में व्यस्त नजर आ रहा था।
कुछ नागा तो फूलों से अपने निचले हिस्से को ढके हुए थे शेष नंग-धडंग हाथ में तलवार, भाला, फरसा, डमरू लिए आगे आगे बढ़ते जा रहे थे। उनके पीछे हाथी, घोड़ा, ऊंट, ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल, कार का करीब तीन किलोमीटर लम्बा काफिला चल रहा था।
कई बार नागा सन्यांसी बीच में घुस आए मीडिया कर्मियों को फोटो खींचते समय डांटते देखा गया। कुछ नागा प्रसन्नता पूर्वक अपने फोटो खिचवा रहे थे। पेशवाई में कम से कम 500 नागा शामिल थे।
सुरक्षा में लगे स्थानीय पुलिस के अलावा, पंजाब से सुरक्षा में आए सन्यासियों के साथ पंजाब पुलिस, आरएएफ, सीआरपीएफ के जवानों को भीड को नियंत्रण करने में काफी मशक्कत करनी पड रही थी। जवानों को बार बार पेशवाई के बीच में घुस आए श्रद्धालुओं को बाहर करना मुश्किल हो रहा था। श्रद्धालु थे कि जवानों के बार-बार मना करने के बावजूद भीतर घुस रहे थे।
पेशवाई के दोनों तरफ, और आगे पीछे सुरक्षा के लिए पुलिस बल चल रहा था। पुलिस ने यमुना बैंक रोड, एडीसी चौराहा, नयापुल क्रासिंग और त्रिवेणी मार्ग को पूरा सील कर दिया था।