कुशीनगर। उत्तर प्रदेश में कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में तीन तलाक को अपराध घोषित करने के दूसरे ही दिन एक युवक ने सऊदी अरब से टेलीफोन पर अपनी पत्नी को तीन तलाक दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि वर्ष 2014 में खड्डा के जखिनिया गांव के अहमद अली की पुत्री फातिमा खातून (25) की शादी नेबुआ नौरगियां क्षेत्र के शोभा छपरा गांव के अब्दुल रहीम के पुत्र तराबुद्दीन के साथ हुई थी। शादी के बाद चार माह बाद तराबुद्दीन सऊदी अरब चला गया। तराबुद्दीन ने गत गुरूवार को सऊदी अरब से टेलीफोन पर अपनी पत्नी को तलाक दे दिया।
इस मामले में पीड़िता ने नेबुआ नौरगियां थाने में इस मामले की तहरीत दी। तहरीर के अनुसार फातिमा की शादी में खर्च करने के लिए माता-पिता ने खेत तक गिरवी रख दिया था। पीड़िता ने कहा है कि उसका पति जब घर आता तो उसकी उपेक्षा करता था। झारखंड की एक महिला की फोटो दिखाकर उसके साथ शादी की बात कर उसे प्रताड़ित करता था।
यही नहीं, सास-ससुर, ननद और पति के मामा-मामी भी उसे प्रताड़ित करते थे। आंख में तेजाब डालने की धमकी दी जाती थी। सब कुछ बर्दाश्त करके वह किसी तरह जीवन यापन कर रही थी।
बकौल फातिमा, एक अगस्त को ससुर अब्दुल रहीम ने पति से उसकी बात कराई तो तराबुद्दीन ने फोन पर ही उसे तीन तलाक दे दिया और कहा कि अब हमारे बीच कोई रिश्ता नहीं रहा।
फातिमा के माता-पिता गुरुवार को बेटी की ससुराल पहुंचे तो पंचायत बुलाई गई। उसमें डेढ़ लाख रुपए के दो चेक फातिमा खातून को देकर फोटो खींची गई और पहले से लिखे स्टांप पेपर पर अंगूठा लगवाकर रिश्ता खत्म करने का एलान कर दिया गया।
उधर, इस बाबत जब फातिमा के ससुर अब्दुल रहीम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बेटे ने फोन पर तीन तलाक दिया है। इस मामले में कागजात बन गए है। अब दोनों साथ नहीं रहेंगे। श्रेत्राधिाकारी नवीन कुमार नायक ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।