श्रीनगर। भारतीय जनता पार्टी को उस समय बड़ा झटका लगा जब केंद्र शासित लद्दाख नवनियुक्त अध्यक्ष चेरिंग दाेरजे ने कोरोना वायरस(कोविड 19) के प्रकोप और लॉकडाउन के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे क्षेत्र के लोगों को वापस लाने मे प्रशासन की विफलता के विरोध में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
लद्दाख के केंद्रशासित बनने के बाद यहां के पहले पार्टी अध्यक्ष बने श्री दोरजे ने अपने पद के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दिया है।
दोरजे ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रशासित प्रशासन लद्दाखी लोगों के हालत को लेकर पूरी तरह असंवेदनशील है तथा इन्हें वापस लाने में विफल रहा है
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्रशासित प्रशासन ने लेह और कारगिल के लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषदों को प्रभावहीन कर दिया है और उन्हें परिषद अधिनियम के तहत कार्य करने की अनुमति नहीं दी है। उन्होंने कहा कि लद्दाख के लोगों ने दोनों जिलों के लिए स्वायत्त दर्जा हासिल करने के लिए बहुत त्याग किया है।
यह भी पढें
हरियाणा में कोरोना के 21 नये मामले, कुल संख्या 463 हुई, पांच की मौत
सूरत : लॉकडाउन के बीच ऑफिस में जाम छलकाते तीन अरेस्ट
इंदौर में कोविड 19 से 1611 संक्रमित, 77 की मौत
केंद्रशासित लद्दाख के भाजपा अध्यक्ष चेरिंग दाेरजे ने दिया इस्तीफा
फंसे लोगों के बिहार आने का रेल किराया और 500 रुपए देगी सरकार : नीतीश कुमार
महाराष्ट्र में अर्नब गोस्वामी के खिलाफ मामला दर्ज