लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लखीमपुर हिंसा मामले में केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र के पुत्र समेत 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रविवार को हुई इस हिंसा में चार किसान और एक पत्रकार समेत नौ लोगों की माैत हो गई थी।
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सोमवार को एसटीएफ को जांच के लिये कहा है। इस मामले में शामिल करीब दो दर्जन लोग पुलिस के राडार पर है जिनकी पहचान घटना के वायरल वीडियो से की गई है।
अब तक पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि कई अन्य के जल्द पकड़े जाने की संभावना है। पुलिस ने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवा सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
रविवार को तीन एसयूवी से कुचले जाने से चार किसानों की मौत हो गई थी।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उनमें से एक एसयूवी केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का पुत्र आशीष चला रहा था। हालांकि मिश्र ने आशीष की मौजूदगी को सिरे से नकारते हुए दावा किया कि उनके चालक को पत्थर लगा था जिससे उसने वाहन से संतुलन खो दिया और यही घटना का कारक बना।
आक्रोशित भीड़ ने चालक और तीन अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट पीट कर हत्या कर दी थी और वाहन को आग के हवाले कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा के पीछे सिख अतिवादी तत्वों का हाथ हो सकता है। मारे गए किसानों की पहचान दलजीत सिंह (32) नानपारा बहराइच, गुरविंदर सिंह (20) नानपारा बहराइच, लवप्रीति सिंह (19) पलिया लखीमपुर और नच्छतर सिंह धौरारा लखीमपुर के तौर पर की गई है।
हिंसा के बाद तनाव के मद्देनजर जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर दिया था और शिक्षण संस्थानों को आज बंद रखने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए है और लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और राजनेताओं को जिले में प्रवेश की पाबंदी है।