अजमेर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को राजकीय जवाहर उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जिले के 282 पंचायत शिक्षा अधिकारियों सहित 336 शिक्षा अधिकारियों को लैपटॉप वितरित किए।
इस अवसर पर देवनानी ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में राजस्थान की शिक्षा में एक युग बदल गया है। कभी शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा कहा जाने वाला हमारा राज्य अब देश में दूसरे स्थान पर है। यह सब संभव हुआ है राज्य सरकार और शिक्षकों के साझा प्रयासों से।
सरकार ने शिक्षकों की उन्नति के लिए हरसंभव प्रयास किया। अब शीघ्र ही राजस्थान के प्रत्येक ब्लॉक में जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मुख्यालय पर उप निदेशक तथा संभाग मुख्यालय पर संयुक्त निदेशक का पद सृजित कर पदोन्नति की जाएगी।
आज राजस्थान के अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ें। लाखों नए नामांकन और शैक्षिक गुणवत्ता इसका सबूत है कि राजस्थान की शिक्षा ने सफलता के नए सोपानों को छुआ है। हमारे शिक्षा परिवार के साथ हम जल्द ही देश में नम्बर एक पर होंगे। सरकारी स्कूलों में हुए नवाचारों को पूरे देश में सराहा गया है। पूरे देश में राजस्थान की शिक्षा का अनुसरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नई तकनीक के साथ भी कदम बढ़ा रही है। पहले हमने प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर पंचायत शिक्षा अधिकारी का पद सृजित कर उस क्षत्र के स्कूलों को पीईओ के अधीन किया। अब प्रदेश के सभी 310 ब्लॉकों में शीघ्र ही जिला शिक्षा अधिकारियों के पद सृजित कर नियुक्ति की जाएगी। इसी तरह जिला मुख्यालयों पर उप निदेशक एवं संभाग मुख्यालयों पर संयुक्त निदेशक तैनात किए जाएंगे।
सभी स्तर के अधिकारियों को तकनीक में माहिर करने के लिए लैपटॉप दिए जा रहे हैं। इनसे विभाग से संबंधित सभी तरह की सूचनाएं प्राप्त करना तथा भेजना ऑनलाइन हो जाएगा। अधिकारी ज्यादा से ज्यादा तकनीक का उपयोग करें ताकि कामकाज की गति और बढ़ सके। जिले के 489 स्कूलों में स्र्माट क्लासरूम भी तैयार करवाए जा रहे हैं।
जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने कहा कि राजस्थान में शिक्षा ने एक नया इतिहास रचा है। आज गांव हों या शहर, सभी जगह सरकारी स्कूलों की चर्चा है। अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं। सरकारी स्कूलों में मिलने वाली सुविधाएं और नई योजनाओं से सभी ओर उत्साह का माहौल है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे पूरे जोश के साथ अपनी उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार करें।
इस अवसर पर जिले के 336 शिक्षा अधिकारियों को 1.41 करोड़ रुपए की लागत से लैपटॉप का वितरण किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा अधिकारी एवं जिलेभर से आए पंचायत शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।