नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी का मंगलवार को निधन हो गया। वह 39 वर्ष के थे। रोहित तिवारी की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चला है। उन्हें साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में मृत लाया गया था।
दक्षिण दिल्ली पुलिस उपायुक्त विजय कुमार ने रोहित तिवारी की मौत की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि रोहित शेखर तिवारी, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के पुत्र को मैक्स साकेत अस्पताल में मृत लाया गया।
रोहित तिवारी की अचानक मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त देवेश श्रीवास्तव ने बताया कि रोहित तिवारी की नाक से खून आ रहा था। इसके बारे में नौकर ने उनकी मां को सूचित किया।
रोहित की मां उस समय घर पर मौजूद नहीं थीं। वह अस्पताल स्वास्थ्य जांच कराने गई थीं। रोहित को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत लाया गया, घोषित किया। रोहित तिवारी नई दिल्ली के पाश इलाके डिफेंस कालोनी में रहते थे।
गौरतलब है कि स्व. नारायण दत्त तिवारी ने रोहित को अपना पुत्र नहीं माना था। इसके बाद रोहित ने अदालत में लंबी लड़ाई लड़ी और अंतत: वर्ष 2014 में स्व. तिवारी को रोहित को अपना बेटा मानना पड़ा। स्व. तिवारी के रोहित को बार.बार अपना बेटा मानने से इन्कार करते रहे।
पितृत्व विवाद में फंसने के बाद रोहित तिवारी को स्वर्गीय तिवारी ने अपना पुत्र माना और उसकी मां उज्ज्वला शर्मा से 89 साल की उम्र में रीति-रिवाज के साथ विवाह किया था।