अजमेर। मशहूर वकील, नोटेरी पब्लिक, पूर्व अपर लोक अभियोजक व समाजसेवी अशोक तेजवाणी (48 वर्षीय) का सोमवार को असामयिक निधन हो गया। उनके निधन का समाचार लगते ही शहर शोक की लहर छा गई।
विभिन्न संगठनों ने युवा हृदयसम्राट सेवाभावी व्यक्तित्व के धनी तेजवाणी को अश्रूपूर्ण श्रृद्धासुमन अर्पित की। सहयोग, त्याग व विशिष्ट पहचान बनाकर सहकार करने वाले साथी के अचानक स्वर्गवास की सूचना पर हर कोई स्तब्ध रह गया।
दिवंगत तेजवाणी अधिवक्ता परिषद, भारतीय सिन्धु सभा, सिन्धु समिति, इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर, सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन समारोह समिति जैसे सामाजिक व व्यापारिक संगठनों में सक्रिय सहयोगी रहे व आमजन के भलाई से विशेष पहचान बनाई। अल्पआयु में ही वकालत के पेशे के जरिए उन्होंने विशिष्ट पहचान कायम की।
विभिन्न सामाजिक संगठनों ने अर्पित किए श्रृद्धासुमन
अधिवक्ता परिषद के अशोक अग्रवाल, पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, भवानी सिंह, जयप्रकाश शर्मा, लक्षमीकांत, दीपक गुप्ता, अविनाश, रणजीत, समीर काले, महेश सावलाणी, भारतीय सिन्धु सभा के महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, मनीष ग्वालाणी, मोहन तुलस्यिाणी, नरेन्द्र बसराणी, महेश टेकचंदाणी, मोहन कोटवाणी, सिन्धु समिति के जयकिशन लख्याणी, हरकिशन टेकचंदाणी, दिलीप थदाणी, दिलीप बूलंचदाणी, अजीत पमनाणी, पारस लौंगाणी, स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष तुलसी सोनी, सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कंवलप्रकाश किशनाणी, व्यापारिक संगठन के रमेश चेलाणी, किशन बालाणी, कमलेश शर्मा, मनोहर सचदेवाणी, अजमेर सिन्धी सेन्ट्रल महासमिति के अध्यक्ष नरेन शाहणी भगत, महासचिव गिरधर तेजवाणी, नरेश झूराणी, इच्छापूर्ण झूलेलाल के खेमचंद नारवाणी, सुनील मोतियाणी, घनश्याम ठारवाणी भगत, महेश चोटराणी ने तेजवाणी के निधन को समाज के अपूर्णीय क्षति बताया और मौन श्रृद्धासुमन अर्पित करते हुए परम पिता से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की।
संतों ने की प्रार्थना
महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, हरीशेवा उदासीन आश्रम भीलवाडा, ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजमेर के महंत स्वरूपदास, श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम तीर्थराज पुष्कर के महंत हनुमानराम, जतोई दरबार के स्वामी फतनदास, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास ने परमात्मा से प्रार्थना कर दिवंगत सेवाधारी अशोक तेजवाणी को अपने श्रीचरणों में स्थान देने के साथ परिवार व समाजजन को ऐसे दुख सहन करने की शक्ति की भी प्रार्थना की।