सबगुरु न्यूज-सिरोही। बिल्डिंग बायलाॅज लागू करने की मांग को लेकर आबू संघर्ष समिति के आह्वान पर माउण्ट आबू गुरुवार को दूसरे दिन भी बंद रहा। बिल्डिंग बायलाॅज का लागू करने के लिए माउण्ट आबू सेंचुरी के एसीएफ की अनुमति का इंतजार है। उनके द्वारा सहमति पत्र जारी होते ही बिल्डिंग बायलाॅज को नोटिफिकेशन के लिए गवर्मेंट प्रेस में दे दिया जाएगा। ऐसे में शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी होने की पूर्ण संभावना है।
बिल्डिंग बायलाॅज लागू करने को लेकर बुधवार को डीएलबी निदेशक पवन अरोड़ा ने इसे मार्गदर्शन के लिए पर्यावरण विभाग को भेजा है। माउण्ट आबू सेंचुरी इलाका है और यहां के एसीएफ माॅनीटरिंग कमेटी के सदस्य भी हैं तथा वन अधिनियम के तहत बिल्डिंग बायलाॅज के स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार उचित मार्गदर्शन के लिए इनकी भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, ऐसे में माउण्ट आबू सेंचुरी के डीएफओ द्वारा इस बिल्डिंग बायलाॅज पर अपनी सहमति पत्र जारी होते ही माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलाॅज नोटिफाइड हो जाएगा।
-नोटिफिकेशन का अधिकार नगर पालिका को
नगर पालिका अधिनियम के तहत किसी भी निकाय क्षेत्र का बिल्डिंग बायलाॅज का नोटिफाइड करने का अधिकार संबंधित निकाय को ही है। माउण्ट आबू के मामले में भी बिल्डिंग बायलाॅज पूर्व की तरह माउण्ट आबू नगर पालिका के चेयरमेन और आयुक्त के हस्ताक्षर से जारी होगा।
ऐसे मे डीएलबी निदेशक पवन अरोड़ा द्वारा जारी पत्र के आधार पर डीसीएफ माउण्ट आबू के सहमति पत्र जारी होते ही माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलाॅज जयपुर स्थित गवर्मेंट प्रेस से नोटिफाइड हो जाएगा। अब माउण्ट आबू का बिल्डिंग बायलाॅज लागू होने में उतनी ही देरी है जितनी डीसीएफ माउण्ट आबू के कार्यालय से सहमति पत्र निकलने में।
-दूसरे दिन भी बाजार पूरी तरह बंद
बिल्डिंग बायलाॅज की मांग को लेकर माउण्ट आबू दूसरे दिन गुरुवार को भी पूरी तरह से बंद रहा। माउण्ट आबू के प्रवेश द्वारा टोल नाका से लेकर नक्की झील, गुरुशिखर, ओरिया, अचलगढ़, देलवाड़ा तक बाजार बंद रहे। इससे पर्यटकों को दूसरे दिन भी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
प्रथम दिन बंद करते ही डीएलबी निदेशक पवन अरोड़ा ने कई दिनों से धूल फांक रही माउण्ट आबू की बिल्डिंग बायलाॅज को स्वीकृति देने का पत्र जारी कर दिया। आज दूसरे दिन भी माउण्ट आबू बंद है और अब सिर्फ माउण्ट आबू सेंचुरी के डीएफओ के सहमति पत्र का इंतजार है, इसके बाद मकानों और भवनों निर्माण के लिए 1976 से पाबंदी झेल रहे माउण्ट आबू वासियों को पर्यावरण की सुरक्षा करते हुए अपने भवन बनाने की अनुमतियां मिलने लगेगी।
-इनका कहना है…
डीएलबी से बिल्डिंग बायलाॅज पारित हो गया है। माउण्ट आबू डीएफओ की सहमति का इंतजार है। आयुक्त माउण्ट आबू ही हैं। वह डीएलबी से जारी पत्र के आधार पर माउण्ट आबू डीएफओ से सहमति पत्र हासिल करेंगे। इसके बाद बिल्डिंग बायलाॅत को प्रकाशित करने का निर्धारित शुल्क जमा करवाकर नोटिफाइड कर दिया जाएगा।
सुरेश थिंगर
पालिकाध्यक्ष, माउण्ट आबू।
जयपुर से बिल्डिंग बायलाॅज जारी हो गया है। नगर पालिका इसे नोटिफाइड करवाने के लिए दे सकती है। वन अधिकारी की सहमति तुरंत ही मिल जाएगी।
देवजी पटेल
सांसद, जालोर-सिरोही।