रोम। अर्जेंटीना के स्टार फुटबालर लियोनल मैसी और अमरीका को महिला फुटबाल विश्वकप का खिताब दिलाने वाली मेगन रैपीनोए को फीफा की तरफ से वर्ष के सर्वश्रेष्ठ पुरूष और महिला फुटबालर के पुरस्कार से नवाज़ा गया है।
बार्सिलोना स्ट्राइकर ने लीवरपूल को चैंपियंस लीग का खिताब दिलाने वाले विर्जिल वान दिजिक को पछाड़कर यह अवार्ड अपने नाम किया है, जिन्हें गत माह यूएफा प्लेयर अवार्ड से नवाज़ा गया था। जुवेंटस फारवर्ड क्रिस्टियानो राेनाल्डो को भी इस पुरस्कार की श्रेणी में शामिल किया गया था। वह सम्मान समारोह में शामिल नहीं हुये।
32 वर्षीय मैसी और 28 साल के वान हालांकि इस वर्ष प्रतिष्ठित बैलन डी ओर अवार्ड की होड़ में सबसे आगे चल रहे हैं जिसकी घोषणा 2 दिसंबर को की जाएगी।
अमेरिकी महिला फुटबालर रैपीलोए ने हमवतन विश्वकप विजेता टीम की खिलाड़ी एलेक्स मोर्गन और इंग्लैंड की लुसी ब्रांज़ को हराकर यह सम्मान अपने नाम किया। वहीं अमरीकी टीम के कोच जिल एलिस को सर्वश्रेष्ठ महिला कोच अवार्ड दिया गया।
34 साल की रैपीनोए को महिला विश्वकप में सर्वाधिक गोल करने के लिये गोल्डन बूट और विश्वकप की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के लिये गोल्डन बॉल से भी नवाज़ा गया था।
वहीं बार्सिलोना स्टार मैसी चैंपियंस लीग के पिछले सत्र में 12 गोल के साथ शीर्ष स्कोरर रहे थे। हालांकि उनकी टीम को सेमीफाइनल में लीवरपूल ने हराकर बाहर कर दिया था। अर्जेंटीना के खिलाड़ी को उनके 36 गोलों के लिए यूरोपियन गोल्डन शू से भी नवाज़ा गया है। उन्होंने बार्सिलोना को ला लीगा खिताब जीतने और कोपा अमेरिका 2019 में अर्जेंटीना को कांस्य पदक जीतने में अपना अहम योगदान दिया है।
इस होड़ में मैसी से पिछड़ गये वान हालांकि इटली के मात्र दूसरे डिफेंडर बन गये हैं जिन्हें वर्ष 2006 में फाबियो कैनावारो के बाद फीफा ने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की सूची में जगह दी थी। हालांकि लीवरपूल के मैनेजर जुर्गेन क्लोप को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ पुरूष कोच चुना गया है जबकि एलिसन बेकर को सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर का अवार्ड दिया गया।
क्लोप को लीवरपूल को चैंपियंस लीग खिताब दिलाने के लिए यह पुरस्कार दिया गया, उन्होंने इस होड़ में टोटेनहैम के मारूसियो पोचेतिनो तथा मैनचेस्टर सिटी के पेप गुआरडियोला को पीछे छोड़ा।