बार्सिलोना। रियल मैड्रिड के कप्तान सर्जियो रामोस ने कहा है कि बार्सिलोना फारवर्ड लियोनल मैसी ने नू कैंप में ड्रॉ रहे मुकाबले में हाफटाइम में रेफरी पर दबाव बना दिया था जिसकी वजह से मैच बराबरी पर समाप्त हुआ।
नू कैंप में खेले गए रोमांचक मैच में रेफरी ने कई विवादास्पद फैसले लिये और दोनों टीमें अंतत: 2-2 से ड्रॉ पर रहीं। बार्सिलोना डिफेंडर सर्जी रॉबर्टाे को पहले हाफ के अंत में मार्सेलो के साथ भिड़ने के आरोप में बाहर भेज दिया गया था। इस फैसले का घरेलू टीम ने काफी विरोध किया था जबकि स्टेडियम में बैठे समर्थक भी इससे काफी नाराज़ हो गये थे।
मैच में वेल्स फारवर्ड गैरेथ बेल ने लीगा चैंपियन बार्सिलोना के खिलाफ बाॅक्स के बाहर से बराबरी का गोल करते हुए जीत से वंचित किया। मैदान पर दोनों ही तरफ से खिलाड़ियों के बीच काफी बहस होती रही जिससे रेफरी एलेजांद्रो हर्नांडिज़ को मैच में आठ खिलाड़ियों को येलो कार्ड देने पड़े जिसमें रामोस और बार्सिलोना स्ट्राइकर लुईस सुआरेज़ भी शामिल हैं।
रामोस ने पत्रकारों से विवादास्पद मैच के बाद कहा कि मैसी ने टनल में ही रेफरी पर दबाव बना दिया था। मुझे नहीं पता कि वहां पर कैमरे हैं या नहीं लेकिन दूसरे हाफ में तो रेफरी का व्यवहार बिल्कुल बदला हुआ था।
रियाल के कप्तान ने कहा कि मैसी ने रेफरी से कुछ कहा, लेकिन यह फुटबाल है और यहां सबकुछ पिच पर ही होना चाहिए। वहीं सुआरेज़ ने अपने दर्द को भी बढ़ाचढ़ाकर दिखाया। जब कोई विपक्षी खिलाड़ी चोट से गिरता है तो आमतौर पर हम सोचते हैं कि यह गंभीर है, लेकिन सुआरेज़ को मैं जानता हूं।
रामोस ने कहा कि वह बार्सिलोना का सम्मान करते हैं लेकिन इस मैच में गेंद को किक करना जरूरी नहीं था। सुआरेज़ को मैच में ऑफ साइड पर भी गोल दे दिया गया जबकि मैड्रिड को आखिरी मिनटों में पेनल्टी नहीं मिली जबकि जोर्डी एल्बा के पास पर मार्सेलो ने अच्छी कोशिश की।
रियाल के कोच जिनेदिन जिदान ने कहा कि हमने एक बेहतरीन मैच देखा लेकिन मैं यह नहीं कह सकता कि यह ड्रॉ उचित था। जो लोग स्टेडियम आए वे खुशी से वापिस गए होंगे। इस मैच में काफी कुछ था। लेकिन रेफरी के लिए यह काफी मुश्किल रहा होगा।