अजमेर। लायंस से जुड़ना सेवा का दायरा बढ़ाने के साथ साथ अपने आप मे गर्व की बात है। स्थानीय, जिला, राज्य, देश और उससे भी आगे सम्पूर्ण विश्व मे आप एक विस्तृत परिवार के सदस्य बन जाते है। हम किसी भी कठिनाई, परेशानी या विपत्ति में एक दूसरे के लिए सहयोग कर सकते है।
उक्त उद्धगार लायंस क्लब के पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर एमजेएफ़ लायन राजू विनोद मनवानी ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में आयोजित प्रान्त 3233 ई 2 के संभागीय अधिवेशन दिल से-19 में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। विशिष्ट अतिथि महापौर धंमेंद्र गहलोत ने कहा कि सेवा करने का जज्बा पाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। जिस तरह सोने को चमकाने के लिए तपना पड़ता है। वही स्थिति लायंस सदस्य की होती है। उसको सीढ़ी दर सीढ़ी ऊपर चढ़ने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। तन मन धन से सेवा कर अपना वजूद बनाना पड़ता है।
मंच पर कार्यक्रम संयोजक विनोद गुप्ता, क्षेत्रीय अध्यक्ष आरपी शर्मा, ओएस माथुर, अतुल विजयवर्गीय भी मौजूद थे। अधिवेशन की अध्यक्षता संभागीय अध्यक्ष लायन अजय गोयल ने की। सर्वप्रथम अतिथियों ने मेलविन जोन्स की तस्वीर पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
आयोजक क्लब लायंस क्लब अजमेर वेस्ट के अध्यक्ष लायन वीरेंद्र पाठक ने बताया कि अधिवेशन में संभाग के सभी कलब्स, पदाधिकारी, सदस्यों को उनके द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए सेवा कार्यो के अनुरूप सम्मानित किया गया। क्लब सचिब लायन राकेश शर्मा के अनुसार अधिवेशन में लायंस क्लब अजमेर को श्रेष्ठ सेवा कार्यो के लिए सम्मानित किया गया।
सभी कलब्स ने अपने अपने अंदाज एवं विभिन्न आकर्षक परिधानों के साथ बेनर प्रस्तुतीकरण किया। जिसमें लायंस क्लब आस्था ने बाजी मारी। फ़ोटो प्रर्दशनी लगाकर अपने अपनेे क्लब के सेवा कार्यो को फ़ोटो के माध्यम से प्रदर्शित किया। जिसमें लायंस क्लब उमंग एवम शौर्य ने पुरुस्कार प्राप्त किया।
सर्वाधिक संख्या में उपस्थिति के लिए लायंस क्लब उमंग को सम्मानित किया गया। मल्टीपल कौंसिल सेकेट्री लायन सतीश बंसल ने नए सदस्यों को शपथ दिला कर उन्हें लायंस पिन लगाई। कार्यक्रम का संचालन लायन अनिल उदासी व डॉ चेतना उपाध्याय ने बखूबी किया।
कार्यक्रम में पूर्व प्रान्तपाल लायन विनयचंद सोगानी, लायन मणिलाल गर्ग, लायन सुधीर सोगानी, लायन आरके अजमेरा, लायन ओएल दवे भी उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों ने लायन विष्णु मंगल के द्वारा संपादित पुस्तक सतत का विमोचन किया।