पटना। बिहार में लोकसभा की एक और विधानसभा की दो सीटों पर रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुए उपचुनाव में 55.77 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का जहां इस्तेमाल किया वहीं इस दौरान 11 लोग गिरफ्तार भी किए गए।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय बी नायक ने मतदान समाप्त होने के बाद बताया कि अररिया लोकसभा क्षेत्र में 57 प्रतिशत, जहानाबाद में 50.56 प्रतिशत एवं भभुआ विधानसभा क्षेत्र में 54.3 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
भभुआ विधानसभा क्षेत्र में 23 मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) के खराब होने की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि वीवीपीएट का पहली बार इस्तेमाल होने के कारण कुछ तकनीकी खराबी आई।
भभुआ विधानसभा के वीवीपीएट में खराबी के कारण जिन 23 मतदान केंद्रों पर वोटिंग बाधित हुई वहां 13 मार्च को पुनर्मतदान कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा क्षेत्रों की कल समीक्षा की जाएगी।
इस बीच राज्य पुलिस मुख्यालय सूत्रों ने बताया कि मतदान के दौरान कहीं से भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मतदान के दौरान गड़बड़ी करने के आरोप में अररिया लोकसभा क्षेत्र से एक और भभुआ विधानसभा क्षेत्र से दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उप चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए अररिया में 2143 तथा जहानाबाद में 357 और भभुआ में 326 मतदान केंद्र बनाए गए। वहीं, निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 281 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए। सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपीएटी के माध्यम से चुनाव कराया गया। अररिया सीट के लिए 1737471, भभुआ के लिए 258789 और जहानाबाद सीट के लिए कुल 286105 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतगणना 14 मार्च को होगी।
उल्लेखनीय है कि अररिया लोकसभा सीट पर भाग्य आजमाने के लिए कुल सात उम्मीदवार उतरे लेकिन मुख्य मुकाबला पूर्व सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के पुत्र और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की टिकट पर चुनाव लड़ रहे मोहम्मद सरफराज आलम और भारतीय जनता पार्टी के प्रदीप सिंह के बीच रहा।
जोकीहाट से जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के विधायक रहे मो. आलम हाल ही में राजद में शामिल हुये हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मोहम्मद तस्लीमुद्दीन ने भाजपा के प्रदीप सिंह को हराया था। मो. तस्लीमुद्दीन का निधन हो जाने के कारण अररिया लोकसभा सीट पर उपचुनाव कराया गया है।
वहीं, राजद विधायक रहे मुंद्रिका सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई जहानाबाद विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दंगल में यादव के पुत्र सुदय यादव और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) प्रत्याशी अभिराम शर्मा के बीच सीधा मुकाबला था।
सुदय यादव ने राजद की टिकट पर चुनाव लड़ा। हालांकि पहले उप चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर चुके जदयू ने बाद में भाजपा के आग्रह पर शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर तीन महिला समेत कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं।
भभुआ विधानसभा सीट के लिए भाजपा ने रिंकी रानी पांडेय को और कांग्रेस ने शंभू सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया। इस सीट पर तीन महिला समेत कुल 17 उम्मीदवारों ने जोर आजमाया। श्रीमती पांडेय के पति और भाजपा विधायक रहे आनंद भूषण पांडेय के निधन के कारण यह सीट खाली हुई थी।