जोहानसबर्ग। भुवनेश्वर कुमार (5/24) की करियर की सबसे अच्छी गेंदबाजी और शिखर धवन (72) की अर्धशतकीय पारी के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को खेले गए पहले टी-20 मैच में दक्षिण अफ्रीका को 28 रनों से हरा दिया। न्यू वांडर्स स्टेडियम में खेले गए इस मैच में जीत के साथ भारत ने मेजबान टीम के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 1-0 से की बढ़त ले ली है।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पांच विकेट नुकसान पर 203 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को 204 रनों का लक्ष्य दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका के लिए जेजे स्मट्स (14) और रीजा हैंडरिक्स (70) ने 29 रन जोड़े, लेकिन इस मैच से टीम में वापसी करने वाले भुवनेश्वर कुमार ने स्मट्स को शिखर धवन के हाथों कैच आउट करा टीम को पहला झटका दिया।
इसके बाद आए कप्तान जीन पॉल ड्युम्नी (3) को भुवनेश्वर ने मैदान पर टिकने का मौका नहीं दिया। ड्युम्नी लंबा शॉट मारने की ताक में बाउंड्री के पास खड़े सुरेश रैना के हाथों लपके गए।
ड्युम्नी के बाद हैंडरिक्स का साथ देने आए डेविड मिलर (9) को हार्दिक पांड्या ने पवेलियन का रास्ता दिखाया। मिलर भी बड़ा शॉट मारने की कोशिश में धवन के हाथों कैच आउट हो गए।
अपने तीन विकेट खो चुकी दक्षिण अफ्रीका के लिए फरहान बेहरादीन (39) उम्मीद की किरण बन कर आए। उन्होंने हैंड्रिक्स के साथ 81 रनों की शानदार अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम का स्कोर 100 के पार पहुंचाया।
इस साझेदारी को तोड़ने की कोशिश में लगी भारतीय टीम को आखिरकार सफलता हाथ लगी। 129 के कुलयोग पर युजवेंद्र चहल ने बेहरादीन को मनीष पांडे के हाथों कैच आउट करवाया। इस बीच, हैंड्रिक्स ने अपने करियर का पहला अंतर्राष्ट्रीय अर्धशतक भी पूरा किया।
इस मैच के जरिए टीम में वापसी करने वाले भुवनेश्वर ने 18वें ओवर में भारतीय टीम के लिए मैच का रुख पूरी तरह से बदल दिया।
भुवनेश्वर ने भारत के लिए परेशानी का सबब बने हैंड्रिक्स को 18वें ओवर की पहली गेंद पर ही उड़ा कर मेहमान टीम को बड़ी सफलता दिलाई। हैंड्रिक्स भुवनेश्वर की गेंद पर विकेट के पीछे खड़े महेंद्र सिंह धौनी के हाथों लपके गए। उन्होंने 50 गेंदों पर आठ चौके और एक छक्का लगाया।
भुवनेश्वर यहीं नहीं रुके। उन्होंने इसके बाद आए टी-20 प्रारूप में पदार्पण करने वाले क्लासेन को 18वें ओवर की चौथी और क्रिस मोरिस को पांचवीं गेंद पर रैना के हाथों कैच आउट करवाया। इसके बाद इस ओवर की आखिरी गेंद पर डेन पीटरसन (1) का रन आउट करवाया। क्लासेन और मोरिस खाता खोलने बिना पवेलियन लौट गए।
एक ओवर में दक्षिण अफ्रीका के चार गेंदबाजों को घर भेजने के साथ ही भुवनेश्वर ने भारत को जीत के कगार पर ला खड़ा किया।
पीटरसन के बाद टीम की पारी संभालने आए अंदिले फेहुलकवायो (13) भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाए और 175 के स्कोर पर जयदेव उनाकट की गेंद पर युजवेंद्र चहल के हाथों लपके गए। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका की पारी 175 के स्कोर पर सिमट गई। इस पारी में भुवनेश्वर के अलावा, उनादकट, पांड्या और चहल को एक-एक सफलता मिली।
मैन ऑफ द मैच चुने गए भुवनेश्वर इसके साथ ही भारतीय टीम के पहले तेज गेंदबाज बन गए हैं, जिन्होंने टी-20 मैच में पांच विकेट लिए हैं। केवल यहीं नहीं, वह सभी तीन प्रारूपों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक ओवर में चार विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं।
इससे पहले, भारत ने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की ताबड़तोड़ 72 रनों की पारी की बदौलत 203 रनों का स्कोर बनाया। भारत के सलामी रोहित शर्मा ने भारतीय को ठोस शुरूआत देते हुए पहले ओवर में ही 18 रन जड़ दिए।
रोहित शर्मा को 21 के निजी स्कोर पर जूनियर डाला ने आउट किया। टी-20 क्रिकेट में लंबे अंतराल के बाद वापसी कर रहे रैना भी ज्यादा देर क्रीज पर टिक नहीं पाए और 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। भारतीय टीम ने पावरप्ले में 78 रन बनाए, जो टी-20 मैचों के पावरप्ले में टीम का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है।
रैना के आउट होने के बाद, धवन ने कप्तान विराट कोहली (26) के साथ मिलकर 59 रनों की साझेदारी निभाई। कोहली के पेवलियन लौटने के बाद धवन ने मनीष पांडे (नाबाद 29) के साथ भारतीय पारी को संभाला और 14.4 ओवरों में टीम के स्कोर को 155 रनों तक पहुंचाया।
धवन को 72 के निजी स्कोर पर फेहुलकवायो ने आउट किया। धवन ने 39 गेंदों पर 10 चौके और दो छक्के लगाए। अंतिम पांच ओवरों में पांडे ने महेंद्र सिंह धोनी (16) और हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर मेहमान टीम को 20 ओवरों में 203 रनों के कुल योग तक पहुंचाया। मनीष पांडे 29 और हरफनमौला खिलाड़ी पांड्या 13 रन बनाकर नाबाद लौटे।
दक्षिण अफ्रीका के लिए जूनियर डाला ने 47 रन देकर दो विकेट लिए। मौरिस, शमसी और फेहुलकवायो को एक-एक विकेट मिला। सीरीज का दूसरा मैच बुधवार को खेला जाएगा।